उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण में 10 सीटों की
जंग अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) वोटों के लिए होने जा रही है। इसमें प्रमुख रूप से
यादव, लोध और काछी/शाक्य/मुराव समुदाय
शामिल हैं, जो विभिन्न लोकसभा क्षेत्रों में
निर्णायक भूमिका निभाने जा रहे हैं। हालांकि तीसरे चरण की 10 लोकसभा सीटों के चुनिंदा क्षेत्रों में मुस्लिम और जाट आबादी का स्थायी प्रभाव अभी
भी महत्वपूर्ण रहेगा। पहले दूसरे चरण की लड़ाई सिर्फ जाट बेल्ट में थी, उसमें भी मुस्लिम वोट प्रभावी भूमिका में था। जानिए तीसरे चरण की जंगः