केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने आज बलिया में कहा कि हमारी सरकार फिर से बनी तो होली-दिवाली पर गैस सिलेंडर मुफ्त मिलेगा। राजनाथ के वादे की हकीकत बताती यह रिपोर्ट।
पूर्वी उत्तर प्रदेश का बस्ती शहर हर नजरिए पिछड़ा हुआ है। यहां गरीबी भी बहुत है। लेकिन पीएम मोदी ने आज यहां अपनी रैली में यूक्रेन का जिक्र करते नजर आए। छात्रों की वापसी के लिए अपनी सरकार की तारीफ कर डाली।
प्रधानमंत्री मोदी के उत्तर प्रदेश के चुनाव और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन में हमले में क्या कुछ समानता है? क्या देनों नेताओं की महत्वाकांक्षाएँ एक जैसी हैं?
पूर्वी उत्तर प्रदेश के सिराथू में कौन जीत रहा है। कल यहां मतदान है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य यहां से दो बार लगातार जीत चुके हैं लेकिन इस बार समीकरण बदले हुए हैं।
उत्तर प्रदेश में पांचवें चरण के चुनाव में कौन बाजी मारेगा? इस चरण में कांग्रेस के गढ़ अमेठी और रायबरेली से लेकर राम मंदिर आंदोलन के केंद्र अयोध्या में भी मतदान होना है।
गोरखपुर में भाजपा की जो नई होर्डिंग लगी है उसमें मोदी को प्रमुखता दी गई है .बहुत सी होर्डिंग में योगी नही दिखे .क्या भाजपा ने अपनी रणनीति बदली है ?आज की जनादेश चर्चा इसी पर
पूर्वांचल यूपी चुनाव की जान है। यहां के 12 जिलों की सीटों पर प्रभुत्व के लिए हर चुनाव में समीकरण बदलता रहता है। कभी सोशल इंजीनियरिंग हावी हो जाता है तो कभी मंदिर का मुद्दा। इस बार सत्ता विरोधी लहर भी एक समीकरण है। जानिए किस तरफ जाएगा यह चुनाव।
चौथे चरण में नौ जिलों का मतदान संपन्न। तराई से अवध तक। कौन जीता कौन हारा? प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लेकर टेनी के इलाके लखीमपुर और गांधी परिवार के गढ़ रायबरेली तक हुई वोटिंग। आलोक जोशी के साथ आज इसी पर चर्चा।
चौथे चरण में 59 सीटों में मतदान डाले जा रहे हैं जिसमें लखनऊ और लखीमपुर खीरी जैसे क्षेत्र भी शामिल हैं। 2017 के चुनावों में बीजेपी ने इस चरण में 50 से ज़्यादा सीटें जीतीं थीं। क्या इस बार भी बीजेपी वही चमत्कार कर पायेगी या अखिलेश बदलेंगे हवा? देखिये दिनभर की लाइव कवरेज सत्य हिंदी पर
पूर्वांचल में बीजेपी की डावांडोल स्थिति खुद बीजेपी विधायक की गतिविधि से पता चल रही है। सोशल मीडया पर वायरल वीडियो में रॉबर्ट्सगंज के विधायक भूपेश चौबे कान पकड़कर उठक बैठक कर रहे हैं।
बाराबंकी में पीएम मोदी ने सोशल मीडया पर मशहूर जुमले - आयेगा तो योगी ही बोला। दरअसल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी आईटी सेल ने नारा दिया था कि आयेगा तो मोदी ही। अब पीएम ने भी उसी तर्ज पर योगी का नारा दिया।
मुस्लिम मतदाताओं को लेकर पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह का बयान आया। आज फिर मायावती ने अमित शाह के बयान को आगे बढ़ाया। आखिर दोनों की इस जुगलबंदी का क्या मतलब है। पढ़िए यह महत्वपूर्ण विश्लेषण।