मोदी हिंदू एकता की बात क्यों कर रहे हैं? योगी को गज़वा-ए-हिंद और शरियत क्यों याद आ रहे हैं? क्या उन्हें यूपी में हार का अंदाज़ा हो गया है? क्या बाज़ी हाथ से फिसलता देखकर वे हताश हो गए हैं और अब सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के हथकंडे खुल्लमखुल्ला आज़माने पर उतर आए हैं? क्या इससे उन्हें कोई फ़ायदा हो सकता है? डॉ. मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं-अनिल त्यागी, क़ुरबान अली, शीतल पी. सिंह, सबा नक़वी भौमिक, डॉ. रविकांत और कार्तिकेय