महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि राज्य में जो कोरोना रोगी पाए गए हैं, उनमें से 80 प्रतिशत ऐसे हैं, जिनमें पहले से संक्रमण का लक्षण नहीं दिखा था।
पिछले सप्ताह महाराराज्य मंत्रिमंडल ने एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए सूबे के राज्यपाल से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राज्य की विधान परिषद का सदस्य मनोनीत करने की सिफ़ारिश की थी।
कोरोना वायरस के कारण हाल के दशकों में महाराष्ट्र अब तक के सबसे बड़े स्वास्थ्य संकटों में से एक का सामना कर रहा है। देश में कोरोना वायरस से सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र ही है।
नागरिकता क़ानून से लेकर भीमा कोरेगाँव मामले पर उद्धव ठाकरे और शरद पवार के बीच मतभेद कितना बड़ा है? यदि दोनों पक्षों में सब ठीक है तो गठबंध सरकार बनने के बाद से ही इस पर बयानबाज़ी क्यों तेज़ हो रही है? कहीं सरकार गिरेगी तो नहीं? यदि ऐसा हुआ तो क्या शिवसेना फिर बीजेपी के साथ सरकार बनाएगी? देखिए आशुतोष की बात।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि नागरिकता क़ानून से किसी को डरने की ज़रूरत नहीं है, एनपीआर के बारे में वह स्वयं पता करेंगे, पर एनआरसी वह राज्य में लागू नहीं करेंगे।
क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुलेट ट्रेन की महत्वाकांक्षी परियोजना पर ब्रेक लग गया है? सत्ता परिवर्तन के बाद महाराष्ट्र सरकार क्यों पीछे हटती दिख रही है?
महाराष्ट्र में काफ़ी मशक्कत के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार तो बन गई है, लेकिन क्या यह नयी सरकार अब आर्थिक मोर्चे पर चुनौतियों से निपट पाएगी?
अलग-अलग विचारधाराओं वाली शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार महाराष्ट्र में कब तक टिक पाएगी? फडणवीस ने कहा था कि तीन पहियों वाली सरकार है और तीनों अलग-अलग दिशा में जाती है। शिवसेना और एनसीपी-कांग्रेस दो धुर-विरोधी कब तक साथ निभा पाएँगे? सत्य हिंदी पर देखिए आशुतोष की बात।
महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना में क्यों ठन गई? इस्तीफ़ा देते ही फडणवीस ने क्यों कह दिया कि शिवसेना के साथ ढाई-ढाई साल के मुख्य मंत्री की बात नहीं हुई थी? फिर उद्धव ठाकरे लगातार इसकी बात क्यों करते रहे हैं? फिर झूठ कौन बोल रहा है? सत्य हिंदी पर देखिए आशुतोष की बात।