महाराष्ट्र में न तो ब्राह्मणवाड़ा, माली गली, कुंभारवाड़ा और न ही महारवाड़ा, बौधवाड़ा, मंगवाड़ा, धोरावस्ती जैसे गाँव-गलियाँ-सड़कें और बस्तियाँ होंगी। महाराष्ट्र में धार्मिक और जातिगत नाम वाले गाँव-मोहल्लों के ऐसे नाम बदलेंगे।
विरोधियों के हमले से उद्धव ठाकरे ग़ुस्से में हैं। उन्होंने चेताया है कि यदि उन्होंने ऐसे हमले जारी रखे तो वह हाथ धोकर पीछे पड़ जाएँगे। उनकी यह प्रतिक्रया तब आई है जब शिव सेना के एक विधायक के घर छापा पड़ा है।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।कंगना : परिवारवाद के सबसे बदतर उत्पाद हैं उद्धव ठाकरे।सुप्रीम कोर्ट ने लगाई अर्णब गोस्वामी को फटकार
कोरोना काल में इस बार दादर स्थित शिवाजी मैदान में शिवसेना की परंपरागत दशहरा रैली तो नहीं हुई लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का भाषण हुआ। उन्होंने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा।
पिछले साल महाराष्ट्र में जब शिव सेना ने बीजेपी का साथ छोड़कर कांग्रेस और एनसीपी के साथ जाकर सरकार बनाई थी, तब यह सवाल उठा था कि क्या यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर पाएगी।
कंगना रनौत संजय राउत विवाद के बाद से शिवसेना-बीजेपी के बीच तनाव काफ़ी बढ़ गया है। कभी गठबंधन में शामिल देवेंद्र फडणवीस उद्धव ठाकरे की पार्टियाँ आमने सामने क्यों?
उद्धव ठाकरे को धमकी मिलने के बाद शरद पवार और अनिल देशमुख को भी ऐसी ही धमकी मिली है। दावा किया गया है कि धमकी देने वाले ने दाऊद इब्राहिम और कंगना रनौत का नाम लिया।
तेज़ी से बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच ही महाराष्ट्र में लॉकडाउन को तो 30 जून तक बढ़ाया ही गया है, पर साथ ही नियमों में ढील देने के लिए 'मिशन बिगिन अगेन' यानी 'फिर शुरू करें मिशन' शुरू किया गया है।
महाराष्ट्र और मुंबई में कोरोना का संकट देश में सर्वाधिक है लेकिन उससे हटकर यहाँ सरकार और राज्यपाल के बीच टकराव का एक नया ही खेल चल रहा है। एक विवाद पर पर्दा गिरता है तो दूसरा शुरू हो जा रहा है।
महाराष्ट्र में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के रवैये से जो राजनीतिक संकट खड़ा होता दिख रहा था, वह अब टल गया है। किसके इशारे पर चुनाव कराने को तैयार हुए राज्यपाल और चुनाव आयोग?
महाराष्ट्र विधानमंडल में अपने मनोनयन के प्रति राज्यपाल भगत सिंह कोश्यरी के रवैये को देखते हुए उद्धव ठाकरे ने बुधवार रात को प्रधानमंत्री से फ़ोन पर बात की। उन्होंने महाराष्ट्र में राजनीतिक हालात के बारे में चर्चा की।
महाराष्ट्र में दो लड़ाईयाँ चल रही हैं, एक कोरोना के ख़िलाफ़ और एक राजनीतिक अस्थिरता को रोकने के लिए। मंत्रिमंडल ने उद्धव ठाकरे को विधायक मनोनीत करने का जो प्रस्ताव भेजा है, उसे राज्यपाल नहीं मानें तो क्या होगा?