भारत में भले ही एक साथ तीन तलाक़ के ख़िलाफ़ विधेयक पर हंगामा मचा है, लेकिन दुनिया के कई देशों में इस पर पूरी तरह प्रतिबंध है। भारत में क़ानून के कुछ प्रावधानों को लेकर आपत्ति है, तो दूसरे देशों में क्यों नहीं आईं आपत्तियाँ?
एक ओर बीजेपी मुसलमानों के ख़िलाफ़ प्रचार करके कट्टर हिंदू वोटरों को एकजुट करने की कोशिश में है, वहीं वह तीन तलाक़ के सहारे मुसलिम महिलाओं के वोट हासिल करना चाहती है।