मेघालय में चुनाव होने जा रहा है। ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी वहां किस्मत आजमाने पहुंच गई है। ऐसे में सवाल यह है कि टीएमसी का वहां कोई जनाधार नहीं है, तो क्या वहां टीएमसी विपक्ष को हराने के लिए चुनाव लड़ने गई है।
शाहरुख ख़ान की फिल्म पठान पर विवाद के बीच ही अब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के एक पुराने वीडियो को लेकर क्यों बवाल मचा है? जानिए ईरानी के वेशभूषा को लेकर क्या कहा गया।
राजनीति के दो धुर विरोधी दल बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच क्या अब रिश्ते बदल रहे हैं? क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ममता बनर्जी के बीच कड़वाहट कम हो रही है? जानिए आख़िर पश्चिम बंगाल में चल क्या रहा है।
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी सरकार की राज्यपाल से पहले लगातार तनातनी बनी रही है तो क्या नये राज्यपाल की नियुक्ति के साथ वह तनातनी ख़त्म होगी? क्या सीएम और राज्यपाल के बीच संबंध सुधरेंगे?
पश्चिम बंगाल में तृणमूल सरकार के मंत्री के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर टिप्पणी के लिए ममता बनर्जी ने क्यों माफी मांगी? और बीजेपी ने आख़िर इतना बवाल क्यों किया? जानिए क्या है वजह।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को अपने एक मंत्री की ओर से माफी मांगी। आखिर क्या था वो विवाद और कौन मंत्री था जिसकी वजह से ममता ने माफी मांगीः
बंगाल की सीएम और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने राज्य विधानसभा में सीबीआई और ईडी के दुरुपयोग पर पारित प्रस्ताव के दौरान कहा कि केंद्रीय एजेंसियों के छापे के पीछे प्रधानमंत्री मोदी नहीं हैं। उनके इस बयान पर टीएमसी सांसद सौगत रॉय से मंगलवार पर जब प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि ममता ही इसका जवाब दे सकती हैं।
पश्चिम बंगाल में तृणमूल की सरकार है और वहाँ बीजेपी के प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई। बीजेपी शासित राज्यों में ऐसे प्रदर्शन और ऐसी हिंसा पर बीजेपी की क्या प्रतिक्रिया होती?
टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी की रिश्तेदार मेनका गंभीर जब ईडी के नोटिस पर आधी रात को एजेंसी के दफ्तर पहुँचीं तो कोई नहीं था। आख़िर आधी रात को कैसे बुला लिया था?
टीएमसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पवन वर्मा ने शुक्रवार को पार्टी छोड़ दी। टीएमसी को एक के बाद एक आघात लग रहे हैं। पवन जेडीयू से आए थे। धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध पवन वर्मा जेडीयू से टीएमसी में थे। उन्होंने जेडीयू क्यों छोड़ी और अब टीएमसी को भी क्यों अलविदा कहा, इन सवालों को खोजती यह रिपोर्ट।
पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की क़रीबी के घर से मिले करोड़ों रुपये किसके थे? आख़िर पार्थ चटर्जी ने किस आधार पर खुद के पैसे होने से इनकार किया है? ईडी इसे कैसे साबित करेगी?