क्या बीजेपी और संघ परिवार कश्मीर फ़ाइल्स का इस्तेमाल राजनीतिक प्रोपेगंडा के लिए कर रहे हैं? प्रधानमंत्री द्वारा फिल्म के पक्ष में बयान देने से लेकर बीजेपी शासित राज्यों द्वारा टैक्स फ्री करना क्या इसी प्रोपेगंडा का हिस्सा है? क्या बीजेपी नेता इसीलिए इस फिल्म के प्रचार-प्रसार में जुटे हुए हैं क्योंकि इससे इस्लामोफ़ोबिया फ़ैलाया जा सकता है, मुसलमानों को निशाना बनाया जा सकता है?