लोकसभा अध्यक्ष के मुद्दे पर मोदी ने विपक्ष के साथ टकराव मोल लेकर क्या संदेश दिया है? क्या वे विपक्ष के साथ मिलकर चलने को राज़ी नहीं है? अगर उनका यही रवैया रहा तो मध्यावधि चुनाव कितनी दूर हैं?
महाराष्ट्र में एनडीए या महायुति में ज़बर्दस्त कलह शुरू हो गई है? बीजेपी शिंदे सेना और अजीत पवार की एनसीपी के दावों को कैसे स्वीकार करेगी? क्या मोदी-शाह गठबंधन को बचा पाएंगे?
क्या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरह से स्वस्थ हैं? नालंदा विश्वविद्यालय के उद्घाटन के मौक़े पर उन्होंने जो किया वह क्या साबित करता है? उनकी हाल की हरकतों के मद्देनज़र क्या ये संदेह पैदा नहीं होता कि वे बिहार सरकार चलाने में सक्षम हैं या नहीं?
क्या कांग्रेस लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन को अपने कायाकल्प के लिए इस्तेमाल कर सकती है? क्या इसके लिए उसके पास कोई रोड मैप तैयार है? क्या राहुल की टीम नई काँग्रेस बनाने के लिए तैयार है?
क्या चुनाव में हार और साझा सरकार के दबाव ने मोदी को बदलने के लिए मजबूर किया है? क्या उन्होंने अहंकार और बदले की भावना छोड़ी है? क्या उन्होंने और उनकी पार्टी ने मुसलमानों को टारगेट बनाना कम किया है? प्रो. मुकेश कुमार के साथ चर्चा मेंं हिस्सा ले रहे हैं-श्रवण गर्ग, प्रो. अपूर्वानंद और क़ुरबान अली-
यूपी विधानसभा की 10 सीटों पर उपचुनाव योगी के लिए भारी पड़ सकते हैं? अगर इस बार भी बीजेपी का प्रदर्शन ख़राब रहा तो उनको हटाने की मुहिम तेज़ हो जाएगी? राहुल अखिलेश की जोड़ी को भी साबित करना होगा कि लोकसभा चुनाव में मिली असाधारण सफलता तुक्का नहीं थी?
आख़िर संघ एकदम से मोदी पर ही क्यों टूट पड़ा है? उसे दूसरे बीजेपी नेताओं का अहंकार क्यों नहीं दिख रहा? वह अभी तक क्यों चुप रहा था? क्या संघ मोदी के लिए कोई बिसात बिछा रहा है?
संघ प्रमुख भागवत ने मोदी पर तीखे हमले क्यों किए? उन्हें परोक्ष रूप से अहंकारी, झूठा और समाज को बाँटने वाला क्यों बताया? आख़िर क्या है उनका सीक्रेट प्लान?
चुनाव नतीजों में ऐसा क्या है कि महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है? क्या शिंदे और अजीत पवार के विधायक अपनी पुरानी पार्टियों में लौटने वाले हैं? आख़िर शरद पवार ऐसा क्या कर रहे हैं कि मोदी-शाह को बड़ा झटका लग सकता है?
उत्तरप्रदेश में किसको कितनी सीटें मिल सकती हैं? क्या बीजेपी पचास के नीचे जा रही है? अगर ऐसा हुआ तो फिर दिल्ली में किसकी सरकार बनेगी? क्या फिर भी मोदी सरकार बना लेंगे या खुल जाएगा इंडिया का रास्ता? पाँच वरिष्ठ पत्रकारों के आँकड़े-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इतने निम्न स्तरीय बयान क्यों दे रहे हैं? क्या उन्हें इंडिया का उभार डराने लगा है? उनके बयानों से बीजेपी को फ़ायदा होगा या नुक़सान?
मोदी बार-बार अपने बयानों से पलट क्यों रहे हैं? इस यू टर्न के क्या हैं मायने? क्या वे हार के डर से ऐसा कर रहे हैं? कहीं जान-बूझकर भ्रम तो पैदा नहीं कर रहे मोदी?
मोदी को क्या हार का डर सताने लगा है? उनकी भाषा इतनी ज़हरीली क्यों होती जा रही है? वे मुसलमान से लेकर पाकिस्तान तक की बात क्यों कर रहे हैं? अगर इससे भी बात न बनी तो वे क्या करेंगे?