विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी आरजेडी के विधायकों को बिहार पुलिस ने विधानसभा के अंदर पीटा। वे बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक का विरोध कर रहे थे।
अब ये साफ़ दिख रहा है कि बिहार में सत्ता विरोधी लहर चल रही है। तेजस्वी, चिराग और कन्हैया की सभाओं में जुट रही भीड़ इसका प्रमाण है। मगर क्या ये लहर सुनामी बनेगी और एनडीए सरकार को डुबा सकेगी? पेश है इसी मुद्दे पर वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, विजय त्रिवेदी और निवेदिता शक़ील से मुकेश कुमार की बातचीत।
तेजस्वी ने कहा कि 10 लाख नौकरी देंगे। नीतीश-बीजेपी ने मजाक उड़ाया। अब बीजेपी 19 लाख नौकरी देगी। सवाल है कि तेजस्वी की नक़ल क्यों कर रहा एनडीए? क्या हवा बदल रही है? आशुतोष के साथ चर्चा में अजीत अंजुम, कमर वहीद नकवी, उर्मिलेश।
बीजेपी की नौकरियों के सपने में एक पेच है। पार्टी के मुताबिक़, सिर्फ चार लाख नौकरियां सरकारी होंगी और बाकी पंद्रह लाख आईटी हब और कृषि हब बनने के बाद मिलेंगी।
क्या चिराग पासवान को तेजस्वी यादव की सहानुभूति की जरूरत थी? क्या इस समर्थन से चिराग पासवान की राजनीति आसान हो जाएगी? या फिर, चिराग की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं?
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। हाथरस: कांग्रेस नेता निज़ाम मलिक गिरफ़्तार। बिहार: हत्या के मामले में तेजस्वी, तेज प्रताप पर एफ़आईआर दर्ज
बिहार में राजनीति एक नयी करवट लेने की तैयारी में दिखायी दे रही है। लोकसभा चुनाव के बाद की परिस्थितियों में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव का क्या होगा भविष्य?