आमतौर पर निचले स्तर के पुलिस अधिकारी ही पुलिस थानों में यातना देने के लिए कुख्यात रहे हैं। लेकिन अब आईपीएस अफसर भी इन यातना शिविरों में जाकर मामूली आरोपियों के दांत तोड़ने लगे हैं। तमिलनाडु में ऐसा ही मामला सामने आया है और अफसर को महज निलंबित कर जिम्मेदारी पूरी कर ली गई है।
इस बारे में एडीजी मुख्यालय जे एस गंगवार ने बताया कि आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने गलत तरीके से वीडियो वायरल करने के मामले में एक केस दर्ज किया है। 10 सदस्य टीम इसकी जांच कर रही है।