तालिबानी लड़ाके अफ़ग़ानिस्तान की पंजशिर घाटी के पास पहुँच गए हैं और इसने ने दावा किया है कि उसने पंजशिर के आसपास के तीन ज़िलों पर फिर से कब्जा कर लिया है।
अफ़ग़ानिस्तान से निकलने के लिए तय समय सीमा 31 अगस्त के बाद भी अमेरिकी सेना के रुकने के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के संकेत पर तालिबान ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उसने कहा है कि देरी होती है तो इसके नतीजे भुगतने होंगे।
सरकार ने तालिबान पर सर्वदलीय बैठक बुलायी । सरकार दुविधा में । क्या करे, क्या न करे ? तालिबान को मान्यता दे या न दे ? आशुतोष के साथ चर्चा में विनोद शर्मा, स्मिता शर्मा, धनंजय त्रिपाठी, अनोहिता मजूमदार और आलोक जोशी ।
दुविधा में मोदी सरकार, अफ़ग़ानिस्तान पर 26 अगस्त को बुलाई सर्वदलीय बैठकI विरोधी गुट के हमले में तालिबान के 300 लड़ाकों के मारे जाने की ख़बरI इंदौर में मुस्लिम चूड़ीवाले को भीड़ ने पीटा, घेराव के बाद हुई एफ़आईआरI दिनभर की बड़ी ख़बरों का विश्लेषण-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले में विदेश मंत्री एस. जयशंकर से क़दम उठाने के लिए कहा था। इधर, भारत अफ़ग़ानिस्तान में फंसे भारतीयों की वतन वापसी के काम में जुटा हुआ है।
पंजशिर घाटी की ओर बढ़ रहे तालिबान लड़ाकों को उसके पहले अंदराबी घाटी में अहमद मसूद और अमीरुल्ला सालेह के नेतृत्व वाले सेकंड रेजिस्टेन्स के लोगों ने रोक दिया है।
काबुल स्थित हामिद करज़ई हवाई अड्डे के बाहर हुई गोलीबारी में एक अफ़ग़ान गार्ड मारा गया है, तीन गार्ड्स बुरी तरह घायल हो गए हैं। जर्मन सेना ने इसक पुष्टि कर दी है।
तालिबान ने कहा है कि इसके सैकड़ों लड़ाके पंजशिर घाटी की ओर बढ़े हैं। सोशल मीडिया पर कई वीडियो साझा किए गए हैं जिसमें दावा किया गया है कि तालिबान के लड़ाके सैकड़ों वाहनों में पंजशिर की ओर बढ़ रहे हैं।
तालिबान के पहले बयानों में जनतंत्र को ठुकरा दिया गया है। हम जो न तो राज्य हैं, न विशेषज्ञ, हम तालिबान को जनतांत्रिक, मानव अधिकार के उसूलों की कसौटी पर ही परखेंगे।
अमेरिका उसी मुल्ला अब्दुल ग़नी बरादर को अफ़ग़ानिस्तान का राष्ट्रपति बनाएगा जिसके नेतृत्व में तालिबान ने 20 साल तक अमेरिकी व नेटो सैनिकों के ख़िलाफ़ युद्ध लड़ा है।
महबूबा मुफ्ती ने अफ़ग़ानिस्तान के हालात और जम्मू कश्मीर के अनुच्छेद 370 को लेकर दिए बयान को लेकर विवादों में फँस गई हैं। उनके इस बयान पर बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जताई है।