अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ही आशंका जताई है कि काबुल एयरपोर्ट पर और भी धमाकों की आशंका है। आतंकवादी हमलों और इसकी आशंकाओं ने अफ़ग़ानिस्तान से लोगों को निकालने की प्रक्रिया में अड़चनें पैदा की हैं।
तालिबान भारत के लिये कितना बड़ा ख़तरा ! काबुल ब्लास्ट क्या बढ़ायेगा कश्मीर में आतंकवाद ? क्या अफ़ग़ानिस्तान बनेगा आतंक का नया अड्डा ? क्या मोदी सरकार तालिबान को मान्यता दे ? आशुतोष ने बात की पूर्व विदेश सचिव और नेशनल सिक्योरिटी एडवाइज़री बोर्ड के पूर्व चेयरमैन श्याम शरण से ।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।तालिबान को मान्यता देने पर भारत बोला - अभी जल्दबाजी होगी। पुनिया : राज्य में नेतृत्व का मुद्दा है, हम संबोधित कर रहे हैं
अमेरिका के 68 सांसदों ने राष्ट्रपति जो बाइडन से पूछा है कि वे बताएं कि उनके पास इस बात की क्या योजना है तालिबान पाकिस्तान को अस्थिर कर उससे परमाणु हथियार न हासिल कर ले।
काबुल एयरपोर्ट पर गुरुवार शाम हुए दो धमाकों में अफ़ग़ानिस्तान के क़रीब 160 सिख और हिंदू नागरिक बाल-बाल बच गए। वे सभी भी अफ़ग़ानिस्तान से बाहर निकलने के प्रयास में लगातार एयरपोर्ट पर रहे थे।
अफग़ानिस्तान पर तालिबान के कब्ज़े से पाकिस्तान खुश है मगर वह उसके लिए समस्या भी बन सकता है? अफग़ान शरणार्थियों की बाढ़ को वह कैसे रोकेगा? क्या वह तालिबान के कट्टरवाद से खुद को बचा पाएगा?
तालिबान ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान को बैठ कर बातचीत के जरिए आपसी विवाद सुलझा लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारत को विवादित इलाके के प्रति सकारात्मक रवैया रखना चाहिए।
तालिबान ने तीन मंत्री नियुक्त किए हैं, जिनमें दो दागी हैं। रक्षा मंत्री उस व्यक्ति को बनाया गया है जो आतंकवादियों के लिए बदनाम ग्वांतोनामो जेल में बंद थे।