तालिबान को 20 साल किसने ज़िंदा रखा, मज़बूती दी? जानिए तालिबान के शीर्ष के 4 नेताओं को जिन्होंने अमेरिकी सेना को न सिर्फ़ चुनौती दी बल्कि उन्हें वापस जाने के लिए मजबूर कर दिया?
अमेरिका ने अफ़ग़ानिस्तान के 9.5 बिलियन डॉलर रिजर्व को फ्रीज़ कर दिया है। यह कार्रवाई काबुल में तालिबान के कब्जे के बाद की गई है ताकि तालिबान उस फंड तक पहुँच नहीं सके।
ऑल इंडिया मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अपने सदस्य मौलाना सज्जाद नोमानी के तालिबान को लेकर दिए बयान से खुद को अलग किया है। नोमानी ने तालिबान की तारीफ़ की थी।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। ट्रंप बोले - अमेरिका का मध्य-पूर्व में जाना सबसे ग़लत फैसला था। ईयू : मानवाधिकारों का पालन हुआ तभी करेंगे तालिबान के साथ सहयोग
अफ़ग़ानिस्तान के पूर्व उप राष्ट्रपति अमारुल्ला सालेह रविवार को तालिबान के काबुल पहुँचने पर गायब हो गए थे, अब उसे चुनौती दे रहे हैं और ख़ुद को क़ानूनन कार्यवाहक राष्ट्रपति बता रहे हैं।
अफ़ग़ानिस्तान संकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा पर कैबिनेट कमेटी की उच्चस्तरीय बैठक ली। यह बैठक तब हो रही है जब आज काबुल स्थित दूतावास से भारत के कर्मचारियों को लेकर भारतीय वायुसेना का विमान वापस लौटा है।
तालिबान के स्थानीय कमान्डर ने काबुल के करते परवान गुरुद्वारा जाकर वहां जमा अफ़ग़ान सिखों व हिन्दुओं से मुलाक़ात कर उन्हें सुरक्षा को लेकर आश्वस्त किया और कहा कि वे देश छोड़ कर न जाएं।
अफ़ग़ानिस्तान में उथल-पुथल है। तालिबान अब सत्ता में वापस लौट आया है। ऐसा लगता है कि अमेरिका ने काफ़ी पहले ही अफ़ग़ानिस्तान युद्ध में हार मान ली थी। वियतनाम युद्ध के बाद अफ़ग़ानिस्तान में एक और हार!
तालिबान के प्रवक्ता दावे चाहे जो करें, ज़मीनी हक़ीक़त यह है कि उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान की महिलाओं को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। उनकी कथनी और करनी में क्या अंतर है, देखिए, प्रमोद मल्लिक के साथ सत्य हिन्दी पर।
अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के काबिज होने के साथ ही पाकिस्तान समेत कई मुस्लिम देशों में इस्लामी कट्टरता बढ़ेगी तो प्रतिक्रिया में हिंदू कट्टरता भी बढ़ेगी ऐसा कई विश्लेषक मानते हैं .आज की जनादेश चर्चा इसी पर।