मदरसा में दी जाने वाली शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर फिर से चर्चा शुरू हो गई है। जानिए, राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने सुप्रीम कोर्ट से मदरसा शिक्षा को लेकर क्या कहा है।
Hindi News India: Satya Hindi Bulletin for 4 September Updates। Modi। BJP। सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड के CM को फटकारा- 'ये सामंती युग नहीं कि जैसा राजा बोले वैसा ही हो'
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के एक फ़ैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी आपत्ति जताई है और उनके रवैये पर कड़ी टिप्पणी की है। जानिए, क्या मामला है और धामी की आलोचना क्यों की।
18 मई को केजरीवाल के सिविल लाइंस स्थित आवास पर राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल पर कथित रूप से हमला किया गया था। इसके बाद बिभव कुमार को मारपीट के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा ईडी के मामलों में हाल में दिए गए फ़ैसले क्या ईडी की निर्बाध शक्तियों को कम नहीं करते हैं? क्या अब सुप्रीम कोर्ट ने मोदी शासन के कोबरे की विषग्रंथि निकाल दी है?
शराब घोटाले में ED का फ़र्ज़ीवाडा पकड़ा गया । के कविता को ज़मानत देते समय कोर्ट ने ED को बेनक़ाब कर दिया । कहा आप इस तरह से किसी को मनमाने तरह से नहीं पकड़ सकते । और किसी का क़बूलनामा अदालत में सबूत नहीं बन सकता । आशुतोष ने सुप्रीम कोर्ट के वकील राकेश सिन्हा से बात की ।
क्या ईडी पीएमएलए से जुड़े मामले में किसी आरोपी को लंबे समय तक जमानत देने का विरोध कर सकती है? जानिए, आख़िर क्यों सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जमानत दिया जाना चाहिए।
दिल्ली हाईकोर्ट ने पिछले महीने ही के कविता की जमानत याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी थी कि प्रथम दृष्टया वह मुख्य आरोपी हैं और जमानत का कोई आधार नहीं है।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पोस्टग्रेजुएट डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने फिर से सुनवाई शुरू की। जानिए, इसने क्या कहा।
ट्रायल कोर्ट ने आरोपी को पोक्सो सहित कई धाराओं में यौन उत्पीड़न के तहत दंडनीय अपराधों के लिए दोषी ठहराया था। लेकिन हाईकोर्ट ने आरोपी को बरी कर दिया था। जानिए, सुप्रीम कोर्ट ने अब क्या कहा।
कोलकाता दुष्कर्म-हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। क्या आपको पता है कि इस साल कितने मामलों में अदालत ने स्वत: संज्ञान लिया है और कितने मामलों में फ़ैसला आया?
9 अगस्त को सरकारी आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सेमिनार हॉल में एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर की निर्मम हत्या कर दी गई। इसको लेकर बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। जानिए, सुप्रीम कोर्ट ने अब क्या कहा।