गुजरात हाईकोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट क्यों बरसा? क्या गुजरात हाईकोर्ट के कामकाज पर बार-बार उंगलियाँ क्यों उठ रही हैं? क्या बलात्कार की शिकार आदिवासी महिला के मामले में उसका रवैया संवेदनहीन था? इसके पहले सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गाँधी वाले मामले में भी गुजरात हाईकोर्ट को लताड़ा था तो क्या वह सही ढंग से काम नहीं कर रहा? चीफ जस्टिस का तबादला क्या इसीलिए नहीं किया गया?