श्रीलंका के प्रमुख अखबार डेली मिरर ने खबर दी है कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे अब सिंगापुर जा रहे हैं। मालदीव ने उनको शरण देने से मना कर दिया था। कहा जा रहा है कि सिंगापुर ने उनको शरण देना स्वीकार कर लिया है।
श्रीलंका में इस सदी के शुरुआती दो दशक जिस राजपक्षे परिवार का बताया जा रहा था आख़िर उस परिवार का मज़बूत क़िला कैसे ढह गया? जानिए वे वजहें जिससे परिवार का तिलिस्म टूट गया।
बेहद खराब हालात का सामना कर रहे श्रीलंका में राजपक्षे बंधुओं के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है। क्या राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफा देने के बाद हालात सुधरेंगे?
श्रीलंका के स्पीकर ने अब किस आधार पर कहा है कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे देश छोड़कर नहीं भागे हैं? राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से कोई बयान क्यों नहीं आया? तो क्या अब निर्वासन में जाने की तैयारी है?
श्रीलंका में प्रदर्शनकारी जब शनिवार को राष्ट्रपति के आवास में घुसे थे तो उन्हें लाखों रुपये वहां मिले थे। उन्होंने उसे पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस ने उस रकम को सोमवार को अदालत में जमा कराया है। देखना है कि श्रीलंका की कोर्ट इस रकम के बारे में राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे से कुछ पूछती है या नहीं।
श्रीलंका में राजनीतिक गतिरोध अभी बरकरार है। प्रदर्शनकारियों और विपक्षी दलों के बीच कोई बात नहीं बन पा रही है। विपक्षी दल कोई फैसला नहीं ले पा रहे हैं। अगर यह राजनीतिक स्थितरता लंबी चली तो इसके नतीजे अच्छे नहीं होंगे।
आईएमएफ यानी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कहा है कि वह श्रीलंका में स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है। तो क्या वह श्रीलंका को बेलआउट करने यानी आर्थिक संकट से उबारने के रास्ते पर आगे बढ़ेगा?
श्रीलंका में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन, राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे के पद छोड़ने की घोषणा के बाद जानिए अब सेना प्रमुख ने क्या कहा।
श्रीलंका में चल रहे संकट के दौरान प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे ने शनिवार शाम को इस्तीफा दे दिया। लेकिन शाम को उनका निजी घर फूंक दिया गया, हालांकि वहां सुरक्षा व्यवस्था कड़ी थी। रनिल का इस्तीफा विपक्षी दलों की बैठक खत्म होने के बाद सामने आया है।