आखिर राममंदिर के उद्घाटन में जाने पर कांग्रेस ने फ़ैसला कर लिया । पार्टी ने तय किया कि खडगे और सोनिया नहीं जायेंगे । क्या इससे कांग्रेस को फ़ायदा होगा या नुकसान ? आशुतोष ने साथ चर्चा में विजय त्रिवेदी, विवेक देशपांडे, अफ़रोज़ आलम, तुषार गुप्ता और शीतल पी सिंह ।
काफी माथापच्ची के बाद कांग्रेस नेतृत्व ने 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। क्या यह राजनीतिक रूप से बुद्धिमानी भरा कदम है? क्या इसका 2024 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है क्योंकि बीजेपी इस इनकार को सोनिया-खड़गे के खिलाफ शस्त्रागार के रूप में इस्तेमाल करेगी।
राममंदिर का न्योता कांग्रेस की गले की हड्डी बना । क्यों नहीं कांग्रेस करती कोई फ़ैसला ? किस बात का है डर ? क्या वो बीजेपी की जाल में उलझ गई है या फिर उसे मुस्लिम वोटरों की नाराज़गी का ख़तरा है ! आशुतोष के साथ चर्चा में विजय त्रिवेदी, जय मृग, प्रिया सहगल, अमिताभ तिवारी, अफ़रीदा रहमान और ब्रिजेश शुक्ला
सोनिया और राहुल गांधी ने 2024 की पूर्व संध्या पर क्या संदेश देने की कोशिश की? क्या किचन से भी उन्होंने राजनीतिक संदेश दिया? सोनिया-राहुल के किचन में देखिए क्या पक रहा है....।
महाराष्ट्र के नागपुर में गुरुवार 28 दिसंबर को कांग्रेस की रैली होने जा रही है। नागपुर में आरएसएस का मुख्यालय भी है। कांग्रेस की इस रैली का राजनीतिक महत्व बहुत ज्यादा है। इस रैली में कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी शामिल होंगे।
संसद के शीतलकालीन सत्र से 141 विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर सोनिया गांधी ने तीखी आलोचना की है और इसे लोकतंत्र पर हमला बताया है। जानिए, पीएम मोदी की सरकार पर क्या आरोप लगाया।
संसद के विशेष सत्र में बुधवार को महिला आरक्षण विधेयक पर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने बेबाकी से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एससी,एसटी, ओबीसी सबकोटे के साथ जाति जनगणना करवा कर इसे लागू करने की मांग करती है।
संसद में बुधवार को महिला आरक्षण विधेयक पर तीखी बहस होने की संभावना है, क्योंकि इसके कुछ प्रावधान विपक्ष को रास नहीं आए। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी बहस की शुरुआत कर सकती हैं।
कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर संसद के विशेष सत्र को लेकर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के पत्र का बुधवार को केंद्रीय मंत्री प्रह्वाद जोशी ने जवाब दिया था। लेकिन कांग्रेस ने तथ्यों के साथ वापस जवाब दिया है।
संसद के विशेष सत्र मामले में केंद्र सरकार और विपक्ष की तकरार बढ़ती जा रही है। संसद के विशेष सत्र को लेकर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र का जवाब बुधवार शाम को केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने दिया है।
मोदी सरकार द्वारा बुलाए गए संसद के विशेष सत्र में आख़िर किन मुद्दों पर बहस होगी? यदि मुद्दे तय नहीं हैं तो क्या आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर बहस होगी? जानिए सोनिया गांधी ने क्या लिखा।