लगातार दो लोकसभा और कई राज्यों में चुनाव हारने के बाद पस्त पड़ी कांग्रेस पार्टी को रास्ता दिखाने और पार्टी में जान फूंकने के लिए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी आगे आई हैं।
पिछले कुछ समय में कई वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस को अलविदा कहा है। इनमें राज्यसभा में पार्टी के चीफ़ व्हिप भुवनेश्वर कलिता से लेकर राज्यसभा सांसद संजय सिंह और कई अन्य बड़े नेता भी शामिल हैं। आख़िर क्यों नेता कांग्रेस से पलायन कर रहे हैं, सुनिए सत्य हिंदी के लिए वरिष्ठ पत्रकार शैलेश का विश्लेषण।
आख़िर क्यों कांग्रेस पार्टी गाँधी परिवार से बाहर निकलने की नहीं सोच पाती है? ऐसा क्या है कि वह उसी परिवार के इर्द गिर्द घूमती रहती है? यह परिवार इस पार्टी की ख़ूबी है या बोझ?
अध्यक्ष पद पर किसे चुना जाए, इस पर कांग्रेस पार्टी में उलझन बरक़रार है। बार-बार राहुल का नाम क्यों लिया गया? किसी नाम पर सहमति नहीं बनने पर सोनिया को अंतरिम अध्यक्ष क्यों चुना गया?
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने में बस एक हफ़्ता शेष है। कांग्रेस ने बीजेपी को सत्ता से बाहर रखने के लिए तैयारियाँ तेज़ कर दी हैं और विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुट गई है।
यूपीए अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने रायबरेली सीट से पर्चा दाख़िल कर दिया है। बीजेपी उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेठी से पर्चा दाख़िल कर दिया है।