नये कृषि क़ानून पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने इस मुद्दे पर विपक्षी दलों के नेताओं से बात की है और संसद के बजट सत्र से पहले साझा रणनीति तैयार करने की योजना पर चर्चा की है।
राहुल गांधी दोबारा कांग्रेस अध्यक्ष हो सकते हैं। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ पार्टी के पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं की अहम बैठक के बाद इस आशय के पुख़्ता संकेत मिले हैं।
किसान आंदोलन के कारण सोनिया गाँधी ने अपना जन्मदिन मनाने से इनकार कर दिया था। उस दिन सोनिया गाँधी को ट्विटर पर टारगेट किया गया। पूरे दिन ट्विटर पर 'बार डाँसर' ट्रेंड करता रहा।
क्या सोनिया गाँधी को अब हटाया जाना चाहिए? किसानों के आंदोलन का अगला पड़ाव क्या है? पश्चिम बंगाल में बीजेपी कैसा अभियान चला रही है? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का विश्लेषण। Satya Hindi
कांग्रेस के भविष्य को लेकर इस समय सबसे ज़्यादा चिंता व्याप्त है। यह चिंता बीजेपी भी कर रही है और कांग्रेस के भीतर ही नेताओं का एक समूह भी कर रहा है। दोनों ही चिंताएँ ऊपरी तौर पर भिन्न दिखाई देते हुए भी अपने अंतिम उद्देश्य में एक ही हैं।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। सोनिया : मौजूदा सरकार पीड़ितों की आवाज़ को दबा रही है।बलिया गोलीकांड: मुख्य आरोपी धीरेन्द्र को 14 दिन की जेल
मंगलवार को होने वाली कांग्रेस संसदीय रणनीतिक बैठक बेहद अहम होगी। इसमें यह साफ़ हो जाएगा कि कांग्रेस नेतृत्व संकट पर उठे सवाल को कैसे ठीक करती है और पार्टी के कथित असंतुष्टों से कैसे निपटती है।
सोनिया गाँधी छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए भवन के भूमिपूजन समारोह में कह गईं कि देश में ‘ग़रीब-विरोधी’ और ‘देश-विरोधी’ शक्तियों का बोलबाला बढ़ गया है। ये शक्तियाँ देश में तानाशाही और नफ़रत फैला रही हैं।
पार्टी के अंदरूनी कलह से जूझ रही कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किसी का नाम लिए बग़ैर बीजेपी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर तीखा हमला बोला है।
कांग्रेस की कार्यसमिति ने आज तय कर लिया कि सोनिया गाँधी फ़िलहाल अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी और अगले छह महीनों में नया अध्यक्ष चुन लिया जाएगा। मगर कार्यसमिति के काम करने के तौर-तरीक़ों ने और ख़ास तौर पर राहुल गाँधी के अंदाज़ ने कुछ नए सवाल खड़े किए हैं। पेश है वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट।
क्या कांग्रेस में गाँधी परिवार के ख़िलाफ़ बग़ावत है या फिर राहुल को अध्यक्ष बनाने का ड्रामा! एक चर्चा। आशुतोष के साथ क़मर वहीद नक़वी, आलोक जोशी, विजय त्रिवेदी, विनोद अग्निहोत्री और अशोक वानखेड़े।
सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी या फिर प्रियंका गाँधी के अध्यक्ष होने में भी किसी दूसरे को क्या परेशानी हो सकती है। लेकिन कांग्रेस को क्या दिक्कत है कि वह इसके बाहर के नेता पर विचार नहीं कर रही है?
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार सोनिया गाँधी ने कहा है कि वह अंतरिम अध्यक्ष पद पर नहीं बने रहना चाहती हैं और यह पद छोड़ देंगी। कांग्रेस कार्यकारिणी की सोमवार को बैठक है।