मोदीजी की सरकार के गठन के बाद से ही धीरे धीरे एक न एक मामले में सुप्रीम कोर्ट जन आलोचना की परिधि में है । सुप्रीम कोर्ट इन आलोचनाओं से बेअसर नहीं है ऐसा उसकी टिप्पणियों से जाहिर है । केरल मूल के पत्रकार कप्पन की यूपी में गिरफ़्तारी पर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई ने इस संदेह को और बल दिया है , मीमांसा कर रहे हैं शीतल पी सिंह