18 मई को श्रद्धा की हत्या के बाद आफताब अगले 16 दिन तक शव के टुकड़ों को बैग में रखकर महरौली के जंगलों के अलग-अलग इलाकों में फेंकता रहा। इसके लिए वह रात को 2 बजे के बाद घर से निकलता था।
श्रद्धा की हत्या करने के बाद आफताब ने धारदार हथियार से उसके शरीर के टुकड़े कर दिए और कई दिन तक रात के अंधेरे में बाहर जाकर उन टुकड़ों को अलग-अलग इलाकों में फेंक दिया। जानिए, इस खौफनाक वारदात को उसने कैसे अंजाम दिया।