मध्य प्रदेश भाजपा से नेताओं के कांंग्रेस में जाने का सिलसिला जारी है। पीएम मोदी अब खुद 27 जून से अपना दौरा शुरू कर रहे हैं। एक तरह से एमपी चुनाव की कमान पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह संभालने जा रहे हैं। लेकिन क्या एमपी में मोदी मैजिक काम कर पाएगा।
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के बेटों के नाम पर पार्कों के नाम रख दिए गए हैं। कांग्रेस ने जब इस पर आपत्ति जताई तो भाजपा ने सफाई में कहा कि स्थानीय लोगों का शिवराज के बेटों से इतना प्रेम है कि उन्होंने वो नाम रखे हैं। इस घटना ने गुजरात में पीएम मोदी के नाम पर स्टेडियम का नाम रखे जाने की याद दिला दी है।
रघुराज सिंह कंसाना 2018 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर विधायक चुने गए थे। विधायक चुने जाने के कुछ समय बाद ही, कमलनाथ सरकार ने उनके खिलाफ दर्ज कराए गए मामलों को खारिज करने का प्रयास किया
राज्य धार्मिक न्यास और
धर्मस्व मंत्रालय की उप सचिव पुष्पा कलेश द्वारा हस्ताक्षरित एक पत्र में मंदिर
समिति से 17 जनवरी को जारी निर्देश का पालन करने और एक रिपोर्ट
देने के लिए कहा गया है।
रामनवमी के दिन मंदिर की बावड़ी के ऊपर बनी छत ज्यादा भीड़ के कारण टूट कर गिर गई, मंदिर परिसर में जब यह घटना हुई समय हवन चल रहा था। निजी ट्रस्ट द्वारा संचालित, मंदिर स्नेह नगर में स्थित है, जो इंदौर की सबसे पुरानी आवासीय कॉलोनियों में से एक है।
इंदौर के स्नेह नगर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हादसे की वजह क्या रही? आख़िर इसकी देखरेख की ज़िम्मेदारी किसकी थी और क्या समय पर मरम्मत की गई थी?
हादसा इंदौर के स्नेह नगर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हुआ। प्रत्यदर्शियों के अनुसार मंदिर में राम जन्म का उत्सव मनाया जा रहा था। पूजा-अर्चना के बाद हवन चल रहा था। घटना के वक्त मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। जिसे जहां जगह मिली वह वहां से पूजा-अर्चना और हवन में जुटा रहा।
मध्य प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव है। मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए राज्य की बीजेपी सरकार एक से बढ़कर एक वादे कर रही है। महिला मतदाताओं के लिए घोषित की गई ऐसी ही एक स्कीम चर्चा में है।
मध्य प्रदेश के सीधी जिले में शुक्रवार रात एक भीषण सड़क हादसे में 10 लोग मारे गये, जबकि 50 के करीब लोग घायल हो गए। घायलों में कई की हालत बेहद गंभीर है। बसें, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जलसे से लौट रहीं थीं।
मध्य प्रदेश में अपने कथित चमत्कारों से भीड़ खींचने वाले बाबाओं के परिवार तमाम आरोपों में घिर गए हैं। उनके खिलाफ एफआईआर हो रही है। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर विपक्ष के नेता कमलनाथ तक इन बाबाओं के दरबार में हाजिरी लगा रहे हैं। इस वजह से पुलिस ज्यादा एक्शन नहीं ले पा रही है।