रवीश कुमार कहते हैं कि जाति के आधार पर नफ़रत की सामाजिक मान्यता है। रवीश क्यों कहते हैं कि जो समाज जातिगत नफ़रतों को लेकर बड़ा हो रहा हो वह सेक्युलर नहीं हो सकता है? क्या इसीलिए उन्होंने अपने नाम से सरनेम हटा लिया? देखिए आशुतोष और शीतल पी सिंह की रवीश कुमार से बातचीत।
महुआ मोइत्रा के भाषण पर पत्रकार सुधीर चौधरी ने ग़लत रिपोर्टिंग क्यों की? उन्होंने तथ्यों की जाँच-पड़ताल कितनी की? चौधरी की कई रिपोर्टों को लेकर क्यों उठते रहे हैं सवाल? देखिए वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी. सिंह की रिपोर्ट।
पुरानी दिल्ली के हौज़ क़ाज़ी क्षेत्र में दो समुदाय में तनाव है। कुछ ही समय में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले तनाव क्यों फैला? क्या इस तनाव का आने वाले चुनाव से कोई संबंध है? देखिए वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष और शीतल पी सिंह की चर्चा।
ओबीसी में शामिल 17 जातियों को दलित का दर्जा देने के योगी सरकार के फ़ैसले अपनी ही पार्टी के केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने ब्रेक क्यों लगा दिया? देखिए शीतल पी. सिंह की रिपोर्ट।
लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में 12 सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए सियासी बिसात बिछनी शुरू हो गई है। इस मुद्दे पर देखिए, वरिष्ठ पत्रकार शैलेश और शीतल पी. सिंह का विश्लेषण।
उत्तर प्रदेश के कैराना से हिंदुओं के पलायन की ख़बरों ने पूरे देश में सियासी हलचल मचा दी थी। अब मेरठ से भी इस तरह की ख़बरें सामने आई हैं। सुनिए क्या कहा वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी. सिंह ने।
पश्चिम बंगाल की सांसद नुसरत जहाँ को लोग क्यों ट्रोल कर रहे हैं? यह नफ़रत क्यों है? क्या ऐसे लोग बीमार नहीं हैं? देखिए सत्य हिंदी के लिए 'शीतल के सवाल' में शीतल पी सिंह की रिपोर्ट।
डेमोक्रेट नेता और सीनेटर बर्नी सैंडर्स ने डोनाल्ड ट्रम्प को क्यों चेतावनी दी कि मिस्टर प्रेजिडेंट, संविधान की इज़्ज़त कीजिये। आपके पास ईरान पर हमला करने के लिए कोई क़ानूनी अधिकार नहीं है।