केरल हाई कोर्ट के जज जस्टिस वी. चिताम्बरेश ने क्यों कहा कि ब्राह्मणों को हमेशा शीर्ष पर होना चाहिए? क्या ग़ैर-ब्राह्मण श्रेष्ठ नहीं हो सकते? क्या ब्राह्मण दो बार जन्म लेता है? देखिए 'शीतल के सवाल' में विशेष रिपोर्ट।
क्या 2013 की मुज़फ़्फ़रनगर हिंसा में पीड़ित लोगों को न्याय मिला? और यदि मिला तो कितना मिला? 2017 के बाद से मुज़फ़्फ़रनगर की अदालतों ने दंगों से जुड़े 41 मामलों में फ़ैसले सुनाए हैं। इनमें से 40 मामलों में सभी आरोपियों को बरी कर दिया गया है। क्यों हुआ ऐसा?
उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा आदिवासी आबादी वाले ज़िले सोनभद्र में भूमाफियों ने ज़मीन पर कब्ज़े के लिए दस लोगों को मार डाला। यह ज़मीन किसकी थी? क्या आदिवासियों की ज़मीन हथियाई जा रही है? सरकार क्या कार्रवाई कर रही है? और विपक्ष क्यों चुप है?
राम जन्मभूमि-बाबरी मसजिद विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई हुई। कोर्ट ने कहा है कि अयोध्या मामले में सुनवाई के लिए वह 2 अगस्त को तारीख़ तय करेगी। तो क्या होगा सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में और क्या आ सकता है फ़ैसला? देखिए 'शीतल के सवाल' में इस मुद्दे के समाधान का क्या है रास्ता।
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने कुलभूषण जाधव को काउंसलर एक्सेस और वकील रखने के अधिकार के लिए मान्यता दे दी है। कोर्ट ने 15-1 से यह फ़ैसला किया जिसका चीन के जज ने भी समर्थन किया। चीन ने क्यों किया भारत का समर्थन और क्यों दिया पाकिस्तान को झटका? देखिए 'शीतल के सवाल' में कैसे हुआ यह सब।
झारखंड में सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक पोस्ट डालने की आरोपी ऋचा पटेल उर्फ ऋचा भारती को ज़मानत पर छोड़ते समय कोर्ट ने क़ुरान की पाँच कॉपियाँ मदरसों में बाँटने के आदेश दिए हैं। इस पर हिंदू संगठनों को क्यों आपत्ती है? क्यों मचा है बवाल?
साक्षी अजितेश के विवाह ने पूरे देश में भूचाल क्यों ला दिया है। क्या बच्चों को ख़ुद की मर्जी से शादी करने का अधिकार नहीं है? क्या समाज ऐसे ही जातियों जकड़ा रहेगा? ऐसी घटनाएँ बार-बार क्यों होती हैं? देखिए शीतल के सवाल में वरिष्ठ पत्रकार शम्भू नाथ शुक्ल के साथ आज के हालात पर चर्चा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किये गये बजट में आम लोगों के लिए कुछ है भी या नहीं? देखिए 'शीतल के सवाल' में वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी. सिंह का विश्लेषण।
महुआ मोइत्रा के भाषण पर पत्रकार सुधीर चौधरी ने ग़लत रिपोर्टिंग क्यों की? उन्होंने तथ्यों की जाँच-पड़ताल कितनी की? चौधरी की कई रिपोर्टों को लेकर क्यों उठते रहे हैं सवाल? देखिए वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी. सिंह की रिपोर्ट।