कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में नामांकन की आखिरी तारीख 30 सितंबर ही है। इसलिए शुक्रवार शाम तक यह तस्वीर साफ हो जाएगी कि कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में कौन-कौन उम्मीदवार हैं।
अगर अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ते हैं तो इस मुकाबले में दिग्विजय सिंह और शशि थरूर आमने-सामने होंगे। लेकिन अगर अशोक गहलोत चुनाव लड़े तो तब भी क्या दिग्विजय सिंह चुनाव लड़ेंगे?
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में 30 सितंबर तक नामांकन भरे जाने हैं जबकि 8 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। थरूर कुछ दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिले थे और चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी।
अशोक गहलोत और शशि थरूर में से जीत किसे मिलेगी। क्योंकि सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में पूरी तरह तटस्थ रहने की बात कह चुकी हैं। इसलिए निश्चित रूप से चुनाव बेहद रोमांचक होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव फिर से होने से जा रहा है। लेकिन देश की आजादी में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने वाली इस पार्टी में अध्यक्ष पद के कुछ चुनाव बहुत रोचक रहे हैं। जानिए पूरा इतिहास।
अगर अशोक गहलोत और शशि थरूर आमने-सामने हुए तो जीत किसे मिलेगी क्योंकि सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में पूरी तरह तटस्थ रहने की बात कह चुकी हैं। इसलिए निश्चित रूप से चुनाव बेहद रोमांचक होगा।
भले ही एक के बाद एक राज्यों में कांग्रेस की इकाइयाँ राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने के लिए प्रस्ताव पास कर रही हैं लेकिन खब़र है कि शशि थरूर भी इसके दावेदार हो सकते हैं। जानिए, इस पर सोनिया की क्या राय है।
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए पार्टी के नेता जो मांग कर रहे थे, क्या अब वे बदलाव हो गए? जानिए इन बदलावों असंतुष्ट नेता की प्रतिक्रिया।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। थरूर : मैंने केवल कहा कि चुनाव करवाना पार्टी के लिए अच्छी बात । झारखंड: महागठबंधन के विधायक हुए छत्तीसगढ़ में किए ‘सुरक्षित’ ।
कांग्रेस में चुनाव की तारीखें घोषित हुई हैं तो राजनीतिक गहमागहमी बढ़ गई है। सवाल है कि अध्यक्ष पद के लिए क्या राहुल खड़े होंगे और ऐसा होगा तो क्या उनके सामने कोई चुनाव मैदान में उतरने की हिम्मत करेगा?