निर्मला सीतारमण के 2023-24 के बजट में दी गई रियायतें स्पष्ट रूप से अगले लोकसभा चुनाव में मतदाता को लुभाने के उद्देश्य से हैं। क्या इससे मोदी के तीसरे कार्यकाल की संभावनाएं बढ़ेंगी?
भारत जोड़ो यात्रा में विपक्षी दलों के रिस्पॉन्स से मोदी के लिए अच्छे संकेत? क्या विपक्ष लोकसभा चुनाव 2024 के लिए एतजुट नहीं होगा? अगर ऐसा हुआ तो क्या होगा नतीजा? Sharat Ki Do Took में इसी पर चर्चा
मोदी सरकार का मुलायम सिंह यादव को पद्म सम्मान देने के क्या मायने? क्या OBC समाज पर मोदी सरकार ने राजनीतिक अंक हासिल कर लिए? चुनावों में मोदी सरकार का पद्म दांव? Sharat Ki Do Took में इसी विषय पर चर्चा.
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी क्या उत्तराखंड की राजनीति में जाएंगे? या मार्गदर्शक मंडल में भेजे जाएंगे? क्या BJP उनको अनदेखा कर पाएगी? आखिर क्या है उनका भविष्य? Sharat Ki Do Took में इसी विषय पर चर्चा.
क्या BJP 2024 में यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों पर जीत सुनिश्चित करेगी? मिशन 2024 के लिए BJP की तैयारी किस प्रकार की जा रही है? Sharat Ki Do Took में इसी विषय पर चर्चा.
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अन्य सभी राज्यों में जहां 2023 में चुनाव होने हैं, वहां 'गुजरात फॉर्मूला' लागू करने पर जोर दिया है। क्या अमित शाह के 2002 वाले फॉर्मूला भी इसमें शामिल है? या संगठन में कुछ बदलाव करेगी BJP?
जोशीमठ में आपदा के लिए चार-धाम सड़क चौड़ीकरण कितना जिम्मेदार? जोशीमठ में आपदा प्राकृतिक है या विकास परियोजनाओं का नतीजा? Sharat Ki Do Took में इसी पर चर्चा
मायावती के समर्थकों ने उनका ‘चालीसा’ निकाल दिया है. क्या ऐसा करके मायावती अपनी राजनीति बचा पाएंगी? जनता की नज़रों में कैसी रहेंगी मायावती? Sharat Ki Do Took.
जिस तरह से अखिलेश यादव सपा नेता की गिरफ्तारी पर एक्टिव हुए उससे क्या संदेश जाता है? क्या अखिलेश अब मुद्दों के लिए ज़मीन पर उतरेंगे? क्या मुलायम सिंह वाली राजनीति करेंगे अखिलेश यादव? Sharat ki Do took में इसी पर चर्चा .
उत्तराखंड: हल्द्वानी में 50 हज़ार आबादी पर बुलडोज़र चलेगा? क्या सरकार उनके रहने का इंतज़ाम किए बिना घर तोड़ेगी? इस कवायद के पीछे कोर्ट का आदेश है या मंशा कुछ और? शरद की दो टूक में इसी चर्चा.
भारत जोड़ो यात्रा की तारीफ क्यों कर रहे हैं हिंदुत्ववादी? क्यों रामजन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी और राम मंदिर निर्माण के लिए बनाए गए ट्रस्ट के महासचिव राहुल गांधी की यात्रा की तारीफ कर रहे हैं? क्या इस तारीफ में कुछ छिपा हुआ है?
वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी बीजेपी में पूरी तरह से दरकिनार किए जा चुके हैं. वरुण गांधी के ताज़ा भाषणों के बोल भी राहुल गांधी से मिलते जुलते दिखाई दिए हैं. जिसके बाद सवाल उठने लगा है कि क्या वरुण गाँधी कांग्रेस में जाएंगे? आखिर वरुण गांधी के पास क्या विकल्प बचे हुए हैं?