एनसीपी प्रमुख कौन होगा, इस पर चल रही तमाम अटकलें अब दूर हो गई हैं। शरद पवार के इस्तीफे के बाद से इस पर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे। जानिए, अब पवार ने क्या फ़ैसला लिया।
एनसीपी अध्यक्ष पर आज फैसला हो सकता है। पार्टी की बैठक 11 बजे बुलाई गई है। हर कोई शरद पवार को देख रहा है। सुप्रिया सुले के नाम पर लगभग सभी की सहमति बन गई है।
महाराष्ट्र के सियासी जानकारों का कहना है कि यह शरद पवार का राजनीतिक दांव था, जिसमें वो माहिर हैं। इस दांव से उन्होंने कई चीजों को एक साथ साध लिया। पहली तो ये कि उन्होंने अजित पवार की बगावत को शांत कर दिया है, जिनको लेकर खबरें आ रही थीं कि वे बीजेपी के साथ नजदीकी बढ़ा रहे हैं।
शरद पवार ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद पवार ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने केवल पद छोड़ा है, लेकिन सक्रिय राजनीति नहीं। वे राजनीति में बने रहेंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से उनका इस्तीफा स्वीकार करने की अपील की थी।
भारतीय राजनीति के पुरोधा और एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को कहा कि वो पार्टी का अध्यक्ष पद छोड़ रहे हैं। महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के लिए यह बुरी खबर हो सकती है क्योंकि इधर शरद पवार के भतीजे अजीत पवार के बीजेपी से हाथ मिलाने की खबरें गर्म रही है।
अजित पवार शुक्रवार को मुंबई में हो रही पार्टी की बैठक छोड़कर, पुणे में हो रहे दूसरे कार्यक्रम में शामिल हुए। इसे उनकी नाराजगी के तौर पर देखा गया। उसी दिन जारी की स्टार प्रचारकों की सूची से नाम काट दिया गया।
महाराष्ट्र की राजनीति में एनसीपी और बीजेपी के बीच लगाए जा रहे तमाम कयासों के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने तीखा हमला किया है। जानिए उन्होंने क्या-क्या कहा।
संकट में घिरे उद्योगपति गौतम अडानी ने आज अचानक एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। आज ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट और एक वीडियो के जरिए अडानी समूह पर बड़ा हमला बोला। जानिए सारा राजनीतिक घटनाक्रमः
अजीत पवार ने कहा, ''मैं एनसीपी कार्यकर्ताओं को बताना बताना चाहता हूं,'चिंता न करें, एनसीपी का गठन शरद पवार के नेतृत्व में हुआ था, उसके बाद से कई बार ऐसा हुआ है, जब हम सत्ता में या विपक्ष में रहे हैं।
महाराष्ट्र की राजनीति में तेजी से उतार चढ़ाव हो रहे हैं। आज खबरें गर्म हैं कि एनसीपी टूटने जा रही है। नेता विपक्ष अजीत पवार को एनसीपी के करीब 35 विधायकों का समर्थन प्राप्त है और वो कभी भी उन विधायकों के साथ बीजेपी से हाथ मिला सकते हैं।
महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अजित पवार भाजपा के साथ गठबंधन करने के इच्छुक हैं, और अपनी इस इच्छा को लेकर पार्टी प्रमुख शरद पवार को भी सूचित कर दिया है।
शरद पवार ने एक दिन पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाक़ात की थी और अब उनकी पार्टी कर्नाटक चुनाव में उतरने की तैयारी में है।