महाराष्ट्र में रात के अंधेरे में जो अंधी राजनीति की गई और जिस तरह रातोंरात राज्य का सबसे बड़ा सत्ता परिवर्तन हो गया, क्या शरद पवार उससे बिल्कुल अनजान थे?
क्या मंगलवार रात साढ़े आठ बजे तक एनसीपी सरकार बनाने का दावा पेश कर पाएगी? कांग्रेस की दुविधा के बाद अब महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी क्या सरकार बना पाएँगी? क्या कांग्रेस के बिना यह संभव है? क्या राष्ट्रपति शासन की स्थिति बन रही है? महाराष्ट्र में क्यों गहराया राजनीतिक संकट? देखिए सत्य हिंदी पर आशुतोष की बात।
क्या महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार बनेगी? संजय राउत क्यों कह रहे हैं कि सीएम शिवसेना का होगा? बीजेपी के फडणवीस कह रहे हैं कि नयी सरकार का गठन होगा। आख़िर हो क्या रहा है? इतना असमंजस क्यों है? सत्य हिंदी पर देखिए आशुतोष की बात।
शरद पवार को 6 को 60 बनाने का हुनर आता है! इस बार जब विधानसभा चुनाव से पहले एक-एक कर सभी पुराने साथी पार्टी छोड़कर जाने लगे तो शरद पवार यह बात सभाओं में दोहराने लगे थे।
महाराष्ट्र में चुनाव हैं इसलिए यहाँ पर प्याज चुनावी मुद्दा बनता दिख रहा है। किसान संगठनों ने प्रदेश में 'कांदा सत्याग्रह' शुरू कर दिया है। क्या चुनाव पर इसका असर पड़ेगा?
को-ऑपरेटिव बैंक घोटाला मामले में ईडी के केस दर्ज करने के बाद शरद पवार के सियासी दाँव से जहाँ उन्हें जन समर्थन मिला, वहीं अजित पवार के इस्तीफ़े से उन्हें झटका लगा है।
बैंक घोटाले में शरद पवार को लेकर काफ़ी हायतौबा मची। ईडी ने एफ़आईआर दर्ज की तो शरद पवार ख़ुद ईडी जाने लगे। ईडी ने क्यों इनकार कर दिया कि वह पूछताछ नहीं करेगा? क्या यह मामला चिदंबरम वाले मामले से उल्टा पड़ गया? क्या है मामला, देखिए शैलेश की रिपोर्ट में।
एमएससी घोटाले में एनसीपी नेता शरद पवार आज ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होंगे। क़ानून-व्यवस्था के मद्देनज़र पुलिस ने कई क्षेत्रों में धारा 144 यानी निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
चुनाव आयुक्त अशोक लवासा के परिवार के लोगों को आईटी नोटिस दिया गया है। अब शरद पवार के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है। चिदंबरम और शिवकुमार पर भी ऐसी ही कार्रवाई हुई है। क्यों हो रही है ऐसी कार्रवाई? देखिए सत्य हिंदी पर आशुतोष की बात।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार के ख़िलाफ़ प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र में सहकारी बैंक घोटाला मामले में केस दर्ज किया है। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के मौक़े पर ईडी की इस कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।