क्या नागरिकता क़ानून से हिंदू राष्ट्र बन जाएगा? बीजेपी तीन तलाक़, अनुच्छेद 370, अयोध्या मामला, एनआरसी और नागरिकता क़ानून जैसे मुद्दे को ज़ोर-शोर से क्यों उठाती रही है? क्या ये सभी मुद्दे सत्ताधारी बीजेपी के हिंदू एजेंडे का हिस्सा नहीं हैं? देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
भारत के नागरिकता विधेयक पर दुनिया भर में बहस क्यों हो रही है? क्या इसलिए कि इस विधेयक में मुसलिमों को बाहर छोड़ देने पर भारत की धर्मनिरपेक्ष छवि ख़राब होगी? नागरिकता विधेयक पर लंदन के पत्रकार क्या सोचते हैं? सत्य हिंदी पर देखिए शैलेश की रिपोर्ट में वरिष्ठ पत्रकार और ब्रिटेन में भारतीय पत्रकार संघ के अध्यक्ष नरेश कौशिक के साथ चर्चा।
नागरिकता संशोधन विधेयक धर्म के आधार पर नागरिकता की वकालत क्यों? हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैनियों, पारसियों और ईसाइयों को तो नागरिकता देने की बात की गई है, लेकिन मुसलिमों को इसमें शामिल नहीं किया गया है? आख़िर मोदी-शाह यह विधेयक क्यों लेकर आए? सत्य हिंदी पर देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
हैदराबाद एनकाउंटर का सच क्या है? पुलिस रात में क्राइम सीन रिक्रिएट करने गई थी या सबूत ढूँढने? क्या छड़ी या डंडे से आरोपियों पुलिस से हथियार छीन लिए? क्या बलात्कार और हत्या के मामले में न्याय पुलिस की गोली से निकलेगा? आगे क्या होगा इसका असर? सत्य हिंदी पर देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
प्याज के दाम कई जगहों पर 180 रुपये तक पहुँच गए? कई लोग इस पर प्रधानमंत्री के 'न खाऊँगा न खाने दूँगा' नारे को लेकर तंज कस रहे हैं। आख़िर ऐसा क्यों हो रहा है? क्या अर्थव्यवस्था की मार की वजह से है? क्या ऐसी अर्थव्यवस्था से बेरोज़गारी और नहीं बढ़ेगी? सत्य हिंदी पर देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
विरोधी विचारधाराओं के गठजोड़ से बनी उद्धव सरकार कितने दिन तक चल पाएगी? शिवसेना हिंदूवादी है तो एनसीपी और कांग्रेस धर्मनिरपेक्ष। क्या न्यूनतम साझा कार्यक्रम से यह खाई पट जाएगी? कहीं इसका भी हश्र कर्नाटक सरकार की तरह तो नहीं हो जाएगी? सत्य हिंदी पर देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
महाराष्ट्र में क्या बीजेपी का वह क़िला ढग गया जहाँ ग़ैर-बीजेपीवाद पनपने के आसार हैं? क्या बीजेपी के विरोधी रहे दल अब एकजुट होंगी? और अधिक ऊर्जा के साथ? क्या बीजेपीवाद को चुनौती देने का केंद्र यानी गढ़ बनेगा महाराष्ट्र? क्या मोदी-शाह की जोड़ी वाली पार्टी के लिए बड़ी चुनौती होगी। सत्य हिंदी पर देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
महाराष्ट्र में राज्यपाल की भूमिका पर सवाल क्यों उठ रहे हैं? क्यों क़रीब चार दशक पहले यानी कांग्रेस के सत्ता में रहने के समय से ही राज्यपाल की भूमिका पर विवाद होते रहा है? राष्ट्रपति शासन की ज़रूरत क्या है? और देश में राज्यों की तरह राष्ट्रपति शासन जैसी व्यवस्था क्यों नहीं है? देखिए शैलेश की रिपोर्ट में इन्हीं सवालों के जवाब?
अर्थव्यवस्था की हालत ख़राब है तो 5 साल में पाँच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था कैसे होगी? आरबीआई के पूर्व गवर्नर सी रंगराजन ने क्यों कहा कि 2025 तक पाँच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का सवाल ही नहीं उठता। क्या कोई वजह है जिससे प्रधानमंत्री मोदी ने जीडीपी को दोगुना कर पाँच ट्रिलियन डॉलर करने का लक्ष्य रखा है? देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
अब अमित शाह ने क्यों कहा है कि एनआरसी पूरे देश में लागू किया जाएगा? क्या यह किसी को डराने के लिए है? और उनके डरने से क्या अमित शाह या बीजेपी को क्या फ़ायदा होगा? देखिए इसका विश्लेषण सत्य हिंदी पर शैलेश की रिपोर्ट में।
1973 में गुजरात के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में खाने-पीने की चीजों की कीमत बढ़ाए जाने पर छात्रों का एक ऐसा आंदोलन शुरू हुआ जिसकी ज्वाला देश भर में फैल गयी और यह तत्कालीन सरकार के पतन का कारण भी बनी। जेएनयू के छात्र आंदोलन को हल्के-फुल्के ढंग से लेने वाली सरकार को समझना चाहिए कि ये एक बड़े आंदोलन का आगाज भी हो सकता है। सुनिए, क्या कहा वरिष्ठ पत्रकार शैलेश ने।
सुप्रीम कोर्ट ने रफ़ाल सौदे पर क्लीनचिट दे दी है। जब सुप्रीम कोर्ट ने इसे पाक-साफ़ क़रार दिया है तो फिर पहले इतना हंगामा क्यों था? कांग्रेस सहित विपक्षी दल क्यों गंभीर आरोप लगा रहे थे? क्या उनके आरोपों में कुछ भी दम नहीं? सत्य हिंदी पर देखिए शैलेश की रिपोर्ट।