स्कूली छात्रों के साथ बहुत बड़ा अनर्थ होने जा रहा है। कर्नाटक में आठवीं क्लास की किताब में एक पाठ सावरकर पर शामिल किया गया है। जिसमें लिखा गया है कि सावरकर बुलबुल पक्षी के पंख पर बैठकर मातृभूमि भारत का दौरा किया करते थे। जानिए क्या है पूरा मामला और यह कैसे खतरनाक है।
दिल्ली विश्वविद्यालय में शहीद भगत सिंह और नेताजी की मूर्तियों को वी डी सावरकर की मूर्ति के साथ एक ही पीठिका पर रखने का दुस्साहस किया गया। क्या भगत सिंह और नेताजी से सावरकर की तुलना की जा सकती है?