कमलनाथ ने कहा है कि उनकी सरकार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक सुनील जोशी हत्याकांड की फ़ाइल एक बार फिर खोलेगी। प्रज्ञा सिंह इस हत्याकांड में आरोपी रही हैं।
चुनाव आचार संहिता तोड़ने के लिए चुनाव आयोग ने गुरुवार सुबह से तीन दिन के लिए प्रज्ञा के चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगा दिया है। सवाल यह है कि उनके चुनाव प्रचार क्यों बार-बार विवाद खड़े हो रहे हैं?
कल तक मध्य प्रदेश की जो आईएएस बिरादरी शिवराज सिंह चौहान के सामने ‘नतमस्तक’ हुआ करती थी, उसने सरकार बदलते ही ‘पलटी’ मार ली है। उन्होंने शिवराज सिंह के ख़िलाफ़ ‘मोर्चा’ क्यों खोल दिया है?