कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का मंदिरों में प्रवेश प्रतिबंधित किये जाने की ‘माँग’ उठी है। ऐसी माँग वाले पोस्टर भोपाल में कई जगहों पर नज़र आये। यूपी पुलिस ने दिग्जिवय सिंह के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है।
भोपाल में लोग डूब रहे थे और बचाव के लिए गई नावें वीडियो बनवाने में लगी रहीं। गोताखोरों को मीडिया के लिए अच्छी फ़ुटेज देने के काम में लगा दिया गया। क्या मर गई इंसानियत?
सरदार सरोवर बांध को लेकर गुजरात की ‘हठ’ ने मध्य प्रदेश के 30 हज़ार परिवारों के लोगों की जान को संकट में डाल दिया है। गुजरात सरकार बांध को लबालब भरने पर आमादा है। मध्य प्रदेश के 70 से ज़्यादा गाँव जलमग्न हैं।
भारत और पाकिस्तान में बढ़े तनाव के बीच टेरर फ़ंडिंग को लेकर सतना शहर में पकड़े गए एक ‘मॉड्यूल’ ने मध्य प्रदेश पुलिस के होश फाख्ता कर दिए हैं। मॉड्यूल के तार आईएसआई से जुड़े होने के पुख्ता सबूत मिले हैं।
मध्य प्रदेश में बीजेपी विधायकों पर राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा का ‘भय’ भी ‘बेअसर’ रहा है। पार्टी की बैठक में कई विधायक नहीं पहुँचे। कमलनाथ एंड कंपनी ने कहीं ‘सर्जिकल स्ट्राइक पार्ट टू’ के लिए ‘स्क्रिप्ट’ तो तैयार नहीं कर ली है?
शाहबानो की रूह उसी तरह से छटपटा रही होगी, जैसी कि जीवित रहते 1985 में सुप्रीम कोर्ट से केस जीत लेने के बाद संसद द्वारा कोर्ट का फ़ैसला पलट दिये जाने से उसके मन पर बीतती रही थी!
जिस तरह बीजेपी ‘फु़लफ़ॉर्म’ में है, उसमें यदि कमलनाथ ने बीजेपी के दो विधायकों को तोड़ लिया तो यह सामान्य बात नहीं है। कमलानाथ के इस ‘मास्टर स्ट्रोक’ के पीछे क्या रही रणनीति?
मध्य प्रदेश में बीजेपी पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ कर दी। बीजेपी के दो विधायकों को तोड़कर लिया। बीजेपी के पाँच विधायक संपर्क में होने का दावा भी कांग्रेस खेमे ने किया है।
क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘गुडबुक’ से लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष और इंदौर की आठ बार की सांसद सुमित्रा महाजन ‘ताई’ पूरी तरह से बाहर हो गई हैं? क्या वह गवर्नर पद की हक़दार थीं?