पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफ़ा दे दिया है। इसके अलावा कई विधायक और मंत्रियों ने भी मध्य प्रदेश विधानसभा के स्पीकर को अपना इस्तीफ़ा भेज दिया है।
सिंधिया के बाग़ी तेवरों के बाद ही यह सवाल उठाया जा रहा है कि कहीं मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को कांग्रेस द्वारा ही गिराये जाने का इतिहास तो नहीं दोहराया जाएगा?
मध्य प्रदेश में बड़ी मुश्किल से सत्ता में आई कांग्रेस कहीं पार्टी नेताओं की आपसी लड़ाई की भेंट ने चढ़ जाए? सिंधिया को कमलनाथ ने दो टूक ‘जवाब’ देते हुए कहा है, ‘...तो उतर आयें सड़क पर।’ इसका क्या मतलब है?
सावरकर पर मध्य प्रदेश में फिर घमासान है। एक एनजीओ सरकारी हाईस्कूल में सावरकर की तसवीर वाले और उनकी जीवनी लिखे रजिस्टर बाँटने पर प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया गया।
नागरिकता संशोधन क़ानून यानी सीएए विवाद को दूर करने के ‘उपाय’ तलाश रहा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस जेएनयू के ताज़ा घटनाक्रम को लेकर ख़ासा ‘चिंतित’ बताया जा रहा है।