यूपी में अब एमएलसी चुनाव होने वाले हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने 14 यादवों को मैदान में उतार दिया है, जबकि मात्र दो मुसलमानों को टिकट दिया है। सपा पर पहले भी यादव पार्टी होने का आरोप लगा था लेकिन तब अखिलेश ने इसे नई सपा बताया था।
यूपी चुनाव के नतीजों में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के सीखने के लिए बहुत कुछ है। बशर्तें कि वे सीखें। अगर वो फिर चार साल निष्क्रिय हो गए या विदेश घूमने निकल गए तो पार्टी के कार्यकर्ताओं का उत्साह टूट जाएगा।
यूपी विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद सपा और अखिलेश यादव को तेजी से खारिज करने की कोशिश कतिपय टीवी चैनलों की बहसों में हो रही है। लेकिन दरअसल यह चुनाव सपा के लिए मौका लाया है और उसके हालात और बेहतर होने वाले हैं।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । सपा गठबंधन में दरार, अपना दल (K) ने सीटें लौटाने का फैसला किया । अपना दल (K) : अपने फैसले से समाजवादी को अवगत करा दिया है
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। न्यूज़ चैनलों पर दिखाए जा रहे ओपिनियन पोल तुरंत रोके जाएं: सपा । कैराना में हुआ आचार संहिता का उल्लंघन, हो कार्रवाई: सपा
सपा प्रदेश अध्यक्ष ने मांग की है कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और निर्भीक चुनाव संपन्न कराने के लिए न्यूज़ चैनलों द्वारा दिखाए जा रहे ओपिनियन पोल को रोका जाना बेहद जरूरी है।
सपा ने चुनाव आयोग से मांग की है कि बीजेपी के नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा आदर्श आचार संहिता व कोरोना की गाइड लाइन के उल्लंघन के मामले में कार्रवाई की जाए।
विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के जिस कार्यक्रम में कई नेताओं को शामिल किया गया उसमें कोरोना प्रोटोकॉल के उल्लंघन के लिए एफ़आईआर दर्ज की गई है।