अमेरिका और नैटो देशों ने रूस के इस कदम को गलत बताया है जबकि रूस ने चेताया है कि उसकी सैन्य कार्रवाई में कोई अन्य देश दख़ल न दे। जानिए और क्या हैं ताज़ा अपडेट्स।
यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई से चौतरफा युद्ध का खतरा बढ़ गया है। अगर अमेरिका और नाटो इस युद्ध में कूदते हैं तो इसके भयावह नतीजे होंगे। रूस शुरू से यूक्रेन में नाटो हस्तक्षेप का विरोध करता रहा है।
अमेरिका और यूरोपीय देश रूस को चेता चुके हैं कि यूक्रेन पर किसी भी तरह की सैन्य कार्रवाई के बेहद गंभीर नतीजे होंगे। लेकिन बावजूद इसके रूस ने यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई करने का एलान कर दिया है।
रूस ने यूक्रेन से अपने राजनयिक स्टाफ को हटाना शुरू कर दिया है। यूक्रेन ने भी रूस में रह रहे अपने नागरिकों को यूक्रेन लौटने को कहा है। इस घटनाक्रम के गहरे मतलब लगाए जा रहे हैं।
लुहान्स्क और दोनेत्स्क को आजाद देश की मान्यता देने के बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन लगातार घिरते जा रहे हैं। अमेरिका कनाडा ने भी रूस पर प्रतिबंध लगा दिए हैं।
रूस के लुहान्स्क और दोनेत्स्क को मान्यता देने के बाद यह संकट काफी बड़ा हो गया है। रूस पर तमाम तरह के प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं हालांकि अमेरिका ने कहा है कि इस मामले में कूटनीतिक दरवाजे अभी भी खुले हुए हैं।
पूर्वी यूक्रेन के लुहान्स्क और दोनेत्स्क क्षेत्र को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ताज़ा घोषणा के क्या मायने हैं? क्या हमले की शुरुआत हो गई है?