यूक्रेन में फँसे हज़ारों भारतीयों को निकालने का अभियान शुरू हुआ है। अब तक तीन विमान भारतीयों को लेकर भारत पहुँचा है। जानिए उन्हें कैसे वापस लाया जा रहा है।
यूक्रेन पर रूसी हमले में भारत का आख़िर रुख क्या है? यूक्रेन के राष्ट्रपति ने फोन पर प्रधानमंत्री मोदी से क्या बातचीत की और रूस ने भारत की तारीफ़ क्यों की?
प्रधानमंत्री मोदी के उत्तर प्रदेश के चुनाव और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन में हमले में क्या कुछ समानता है? क्या देनों नेताओं की महत्वाकांक्षाएँ एक जैसी हैं?
रूसी सेना ने रविवार को चौथे दिन भी हमला जारी रखा। उसने यूक्रेन के शहरों पर बमबारी की। हालाँकि, राजधानी कीव पर अभी भी यूक्रेन का नियंत्रण है। यूक्रेन-रूस संकट पर जानिए ताज़ा अपडेट।
यूक्रेन से लौटे 219 भारतीय छात्रों का आज रात मुंबई में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने स्वागत किया। मंत्री इतने उत्साहित थे कि छात्रों का बिना इमीग्रेशन क्लीयर हुए वे विमान में जा पहुंचे। यूपी सरकार भी ऐसे छात्रों के स्वागत में जुट गई है।
यूक्रेन में फंसे भारतीय स्टूडेंट्स से सत्य हिन्दी ने दूसरे दिन भी बात की। स्थितियां अच्छी नहीं है। भारतीय मीडिया में जो दावे किए जा रहे हैं, हालात उससे उलट हैं। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।
यूक्रेन पर रूस की बमबारी का यह तीसरा दिन है और अब तक इस युद्ध में दोनों ओर के कई जवान मारे जा चुके हैं। सवाल यह है कि यूक्रेन कितने दिन तक रूस का मुक़ाबला कर पाएगा?
रूस पर पश्चिमी देश आर्थिक हमले की बड़ी तैयारी कर रहे हैं। रूस को स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम से बाहर करके उसके व्यापार पर चोट करना चाहते हैं बड़े देश। इटली और जर्मनी इसके लगभग विरोध में हैं।
यूक्रेन छोड़कर भाग रहे लोगों में से अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं। उन्हें इस बात का डर है कि रूस उनके पूरे देश पर कब्जा कर लेगा। कैसे ख़त्म होगा यह संकट?
यूक्रेन और रूस के सैनिकों के बीच लगातार तीसरे दिन भी संघर्ष जारी है। दोनों देशों के कई जवानों की मौत इस हमले में हो चुकी है। हजारों लोग यूक्रेन छोड़कर जा रहे हैं। जानिए, इस युद्ध से जुड़े ताजा अपडेट्स-
भारत के अलावा चीन और यूएई ने भी वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। पश्चिमी देशों ने कहा कि यह प्रस्ताव दिखाता है कि यूक्रेन पर हमले के बाद रूस वैश्विक दुनिया में पूरी तरह अलग-थलग पड़ गया है।