देश का महान स्वतंत्रता आंदोलन, संविधान आरएसएस की नजर में क्या है, यह अब पूरी तरह और अच्छी तरह से साफ हो गया। शहीद-ए-आजम भगत सिंह से लेकर चंद्रशेखर आजाद, अशफाकउल्लाह खान की शहादत और महात्मा गांधी के अहिंसा आंदोलन को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने एक मिनट में ही खारिज कर दिया। उनका कहना है कि राम मंदिर निर्माण जिस दिन हुआ, उस दिन भारत को सही मायने में आजादी मिली। भारत के महान स्वतंत्रता आंदोलन को मिटाने की संघ की कोशिश पुरानी है लेकिन अब वो मुखर होकर सामने आकर बोलने लगे हैं। आखिर आरएसएस प्रमुख भागवत और अन्य संघ-भाजपाई नेता इस आजादी को क्यों मिटाना चाहते हैं, जानियेः