लालू प्रसाद ने केंद्र की सरकार पर जमकर हमला बोला, उन्होंने कहा, ‘पूर्णिया के रंगभूमि मैदान से 2024 चुनाव का शंखनाद हो रहा है। देश में लोकतंत्र और संविधान रहे, यह हम सबको तय करना है। बिहार करवट लेता है तो पूरा देश करवट लेता है।
अगले साल होने वाले आम चुनावों की तैयारियां जोरों पर हैं। हर कोई अपने हिसाब से अपना साथी चुन रहा है। एक तरफ सत्तारुढ़ भाजपा है जो अपने विस्तार के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है। दूसरी तरफ विपक्षी दल हैं जो फूंक फूंक कर कदम रख रहे हैं।
बिहार आरजेड़ी प्रमुख जगदानंद सिंह के बाद आऱजेडी नेता और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का विवादित बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने राम चरित मानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया। यह बयान अचानक ही नहीं आ रहे हैं। इसके पीछे आरजेडी की पूरी रणनीति है। वो रणनीति क्या है, पढ़िए यह रिपोर्टः
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने राम मंदिर खोलने की अभी सिर्फ तारीख घोषित की है। लेकिन विपक्ष इस मुद्दे पर फौरन हमलावर हो गया। बीजेपी खुश है। अब इसी पर बहस का रुख भी मुड़ रहा है। इस घटनाक्रम का विश्लेषण यही बताता है कि विपक्ष बीजेपी को इस मुद्दे पर खेलने का मौका खुद दे रहा है।
राष्ट्रीय जनता दल में जगदानंद सिंह को लेकर अलग-अलग कयास क्यों लगाए जा रहे हैं? क्या वह पार्टी से अलग होने का विचार कर रहे हैं? क्या वह ऐसा कर सकते हैं?
नीतीश कुमार ने विश्वास प्रस्ताव जीता। बीजेपी ने सदन से वॉक आउट किया। लेकिन कहानी यहां खत्म हुई या शुरू? बिहार में क्या गुल खिलाएगी सीबीआई? आलोक जोशी के साथ सतीश के सिंह और समी अहमद
बिहार में एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी को बड़ा राजनीतिक धक्का लगा है। पिछले विधानसभा चुनाव में उसकी पांच सीटें आई थीं। अब उनमें से चार विधायक आरजेडी में चले गए हैं। लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव की आरजेडी अब बिहार में सबसे बड़ी पार्टी हो गई है।
सेना में भर्ती प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया जा रहा है। इस बदलाव के लिए अग्निपथ योजना की घोषणा की गई है। सरकार ने इसके फ़ायदे बताए हैं तो फिर विपक्ष को इनमें क्या खामियाँ दिखती हैं?