बिहार में महागठबंधन की सरकार पर खतरा मंडरा रहा है। अब अटकले लगाई जा रही हैं कि शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार राजद से नाता तोड़ कर वापस भाजपा के पाले में जा सकते हैं।
बिहार की राजनीति में सत्ता परिवर्तन को लेकर एक बार फिर से है चर्चाओं का बाजार गर्म है। इस बदलते घटनाक्रम के बीच गुरुवार की रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दिल्ली स्थित आवास पर बिहार भाजपा के प्रमुख नेताओं की एक बैठक हुई।
बिहार में जारी उठापटक के बीच आरजेडी इन संभावनाओं को तलाश रही है कि अगर सरकार बचानी पड़ेगी तो 8 विधायकों का जुगाड़ कहां से होगा और कैसे होगा। गुरुवार को पटना में महत्वपूर्ण घटना क्रम हुए। कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार फिर से पलटी मारकर भाजपा से हाथ मिला सकते हैं। बिहार भाजपा के नेता आलाकमान से चर्चा के लिए गुरुवार रात दिल्ली पहुंच रहे हैं। नीतीश का इस्तीफा कभी भी आ सकता है।
बिहार में सीटों को लेकर कांग्रेस ने जेडीयू और आरजेडी के साथ दिल्ली में औपचारिक बातचीत की। लेकिन बातचीत के बाद किसी भी तरह का ऐलान नहीं हुआ। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस को 5 सीटें बिहार में दी जा रही हैं, लेकिन कांग्रेस कम से कम 9 सीटें मांग रही है। इस तरह यह कहा जा सकता है कि बातचीत सिरे नहीं चढ़ी।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे ललन सिंह को उनके पद से हटा दिया है। नीतीश अब खुद जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए हैं।
बिहार की राजनीति में इन दिनों सीएम नीतीश कुमार को लेकर अटकलबाजियों का दौर जारी है। चर्चा इस बात को लेकर है कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन से नाराज चल रहे हैं। उनका अगला राजनैतिक कदम क्या होगा इसको लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने महिला आरक्षण विधेयक पर बहस के दौरान संसद में ओमप्रकाश वाल्मिकी की लिखी कविता “ठाकुर का कुआं” पढ़ी थी। इससे बिहार के कई राजूपत नेता नाराज हो गए हैं।
मीडिया से बात करते हुए गुरुवार को तेजप्रताप यादव ने कहा कि भाजपा आरएसएस की उपज है। तेजप्रताप ने आरएसएस को महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे से भी जोड़ा है। उन्होंने भाजपा को हत्यारों की पार्टी बताया है।
नीतीश कुमार ने कहा कि इसमें कोई बड़ी बात नहीं है। कोई भी जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर सकता है। कार्यक्रम में जब तक नीतीश रहे तब तक कोई भाजपा नेता नहीं पहुंचे थे।
नीतीश कुमार ने भाजपा के शीर्ष नेताओं पर इशारा करते हुए कहा कि वे लोग तो पूरे देश में जल्द से जल्द चुनाव कराना चाहते हैं, तो जल्दी करा लें चुनाव। हम लोग तो चुनाव का इंतजार कर रहे हैं।