बॉम्बे हाई कोर्ट में रिया चक्रवर्ती की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने सुशांत सिंह राजपूत को 'ड्रग्स अपराधी' बताया है।
ड्रग्स जाँच मामले में रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शौविक चक्रवर्ती के अलावा दीपिका पादुकोण, श्रद्धा कपूर, सारा अली ख़ान और रकुल प्रीत सिंह को एनसीबी ने तलब किया है। इसमें सिर्फ़ अभिनेत्रियों का नाम क्यों आ रहा है?
चार साल पुराने वाट्सऐप के आधार पर दीपिका को NCB का सम्मन क्या एक षड्यंत्र है? क्या फ़िल्म इंडस्ट्री की आवाज़ को दबाया जा रहा है? मशहूर वकील आभा सिंह से आशुतोष की बेबाक़ बातचीत।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े ड्रग्स जाँच मामले में अब दीपिका पादुकोण, श्रद्धा कपूर, सारा अली ख़ान और रकुल प्रीत सिंह को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने समन जारी किया है।
रिया चक्रवर्ती के ड्रग्स मामले को लेकर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी की कार्रवाई गंभीर सवालों के घेरे में है। एनसीबी के पूर्व प्रमुख ही इस मामले में एनसीबी की हर कार्रवाई पर सवाल उठाते हैं।
रिया चक्रवर्ती के 'मीडिया ट्रायल' और 'विच हंट' के ख़िलाफ़ बॉलीवुड हस्तियों सहित 2500 से ज़्यादा लोगों और 60 से ज़्यादा संगठनों ने खुला ख़त लिखा है। उन्होंने कहा है कि 'रिया को फँसाओ' नाटक खेला जा रहा है।
समाचार मीडिया बेरोज़गारी, ग़रीबी और इसके जैसे जनहित के मुद्दों पर रिपोर्टिंग न कर अपना अधिकांश समय व्यर्थ और ग़ैरज़रूरी मनोरंजक समाचारों पर नष्ट कर रहा है।
रिया-कंगना के मुद्दे ज़रूरी हैं या ग़रीबी? बेरोज़गारी के? या बर्बाद होती अर्थव्यवस्था? सत्य हिन्दी के लिये इसी मुद्दे पर लीगल रिपोर्टर विप्लव अवस्थी ने बात की सुप्रीम कोर्ट में सीनियर एडवोकेट दिनेश द्विवेदी और वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सिंह से।
फ़िल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में उनकी एक्स गर्लफ़्रेंड रिया चक्रवर्ती को जिस तरह निशाने पर लिया गया, उससे पश्चिम बंगाल के कुछ राजनीतिक दलों और आम लोगों में नाराज़गी दिखती है।