हिन्दी के जाने-माने कवि अशोक वाजपेयी ने रेख्ता और अर्थ कल्चरल फेस्ट के कार्यक्रम में कविता से पढ़ने से मना कर दिया। क्योंकि रेख्ता ने उनसे राजनीतिक कविताएं नहीं पढ़ने को कहा था। क्या अशोक वाजपेयी ने ऐसा करके ठीक किया, लेखक-पत्रकार अपूर्वानंद ने इसी का जायजा इस लेख में लिया है।