हाल ही में एक सर्वे में पीएम मोदी को सबसे लोकप्रिय नेता बताते हुए कहा कि 2024 के चुनाव में लोग उन्हें फिर से चुनना चाहेंगे, लेकिन हकीकत में देश का कहां खड़ा है, इसे जानिए।
हिंदुत्ववादी ताक़तें दलित बुद्धिजीवियों को निशाना क्यों बना रही हैं? प्रो. रतनलाल और प्रो. रविकांत पर हमले क्या कहते हैं? क्या हिंदुत्व के झंडाबरदार ब्राम्हणवादियों को दलितों का विरोध बर्दाश्त नहीं हो रहा है?
दलित चिंतक प्रो रविकांत पर एक बार फिर हमला । उनकी शिकायत पर तो पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, उल्टे उनके ख़िलाफ़ ही एफ़आईआर दर्ज कर ली गयी । क्या वाणी की स्वतंत्रता पर हमला लोकतंत्र पर हमला नहीं है ?
लखनऊ विश्वविद्यालय में हिंदी के जाने माने प्रोफ़ेसर और दलित चिंतक डॉ. रविकान्त पर क्यों 'हमला' किया गया? क्या यह विश्वविद्यालयों में अकादमिक स्वतंत्रता को दबाने का प्रयास है? जानिए शिक्षाविदों व एक्टिविस्टों ने क्या कहा है।
लखनऊ विश्वविद्यालय में हिंदी के एक एसोसिएट प्रोफेसर रविकान्त के बयान को लेकर विवाद क्यों हुआ और एबीवीपी ने धमकी क्यों दी? रविकान्त के समर्थन में कम से कम 60 गणमान्य लोगों ने ख़त लिखा है।
राहुल गांधी के भाषण के बाद बीजेपी नेताओं और ट्रोल आर्मी ने उन पर हमला बोल दिया। आखिर वे इतना क्यों परेशान हो गए। सवाल यह भी है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोगों के प्रति रवैया किसी बादशाह जैसा है?
बीजेपी के उग्र हिंदुत्व की राजनीति के आगे प्रियंका गांधी की राजनीति क्या टिक पाएगी? महिलाओं का मुद्दा बनाकर क्या प्रियंका कांग्रेस को यूपी की राजनीति में वापस ला पाएँगी?
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने बड़ा दांव खेल दिया है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में 40 फ़ीसदी टिकट महिलाओं को देगी।
जाति जनगणना से बीजेपी क्यों भाग रही है? विपक्षी दलों ने इसको मुद्दा बना लिया है। नरेंद्र मोदी सरकार के सुप्रीम कोर्ट में दिए गए हलफनामे का आगामी चुनावों पर क्या असर होगा?