हरियाणा के सोनीपत जिले में साम्प्रदायिक हिंसा की दूसरी घटना हुई है। इससे पहले खरखौदा में मसजिद में घुसकर भगवां झंडा फहराया गया था। अब संदल कलां गांव की मसजिद में घुसकर नमाजियों पर हमला किया गया है।
झारखंड के जमशेदपुर में रविवार देर रात रामनवमी झंडे के कथित अपमान को लेकर दंगा हो गया। आज सोमवार सुबह दंगा पुलिस ने शहर में फ्लैग मार्च किया। जमशेदपुर का शास्त्री नगर इलाका इससे काफी प्रभावित हुआ है।
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में आज अचानक हनुमान जयंती पर शोभा यात्रा निकालने की अनुमति दे दी गई। हालांकि दिल्ली पुलिस ने पहले शोभा यात्रा निकालने की अऩुमति नहीं दी थी। बंगाल में हाईकोर्ट का निर्देश है कि राज्य में जहां धारा 144 लागू है, वहां शोभा यात्रा की अनुमति नहीं होगी। जहांगीरपुरी में पिछले साल हिंसा होने के बावजूद इस साल शोभा यात्रा को अनुमति दी गई है।
केंद्र सरकार ने हनुमान जयंती पर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए राज्यों को सतर्क किया है। बंगाल में धारा 144 लागू है। दिल्ली में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया है.
देश के कई राज्यों में रामनवमी हिंसा के लिए विपक्ष ने बीजेपी को सीधे जिम्मेदार ठहराया है। विपक्षी दलों का कहना है कि चुनावों के मद्देनजर हिन्दू-मुसलमान ध्रुवीकरण कराने के लिए बीजेपी ऐसा कर रही है।
देश के कई राज्यों में रामनवमी पर हुई हिंसा के बीच दुनिया के अन्य देशों में विविधता में एकता की तलाश करते लेखक और चिन्तक अपूर्वानंद अपने साप्ताहिक कालम में।
रामनवमी पर बिहार में हुई हिंसा कई मायने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राजनीति को प्रभावित करेगी। अगर वो इसे संभाल नहीं पाए तो इसका नुकसान उन्हें जरूर होगा। यह चिन्ताजनक है कि बिहार में जहां-जहां दंगे हुए, वहां पुलिस ने कार्रवाई करने में निष्क्रियता बरती।
पश्चिम बंगाल के हावड़ा में रामनवमी की शोभायात्रा पर हिंसा का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि रामनवमी थीम पर निकाली गई बीजेपी की शोभायात्रा में फिर से हिंसा हो गई। इसके लिए कौन ज़िम्मेदार?
बिहार में रामनवमी की शोभायात्रा के बाद हुई हिंसा को लेकर देश के गृहमंत्री अमित शाह ने नीतीश सरकार की आलोचना की है और दंगाइयों को चेताया है। जानिए उन्होंने क्या कहा।
पश्चिम बंगाल में रामनवमी पर हिंसा का इतिहास बहुत पुराना नहीं है। अभी तक यहां के लोग दुर्गा पूजा पर होने वाली राजनीति से वाकिफ थे लेकिन 2014 के बाद से जिस तरह रामनवमी जुलूसों में तलवार और अन्य हथियार लहराए जाने लगे, उसने बंगाल की पूरी राजनीति को प्रभावित कर दिया है।
रामनवमी के मौके पर देश के कई राज्यों में साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाएं हुई हैं। इसमें बिहार सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। उसके अलावा हरियाणा, झारखंड, हैदराबाद और लखनऊ में भी घटनाएं हुईं।