राजस्थान में विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुद्दा क्या होगा? क्या यह लाल डायरी बनाम लाल सिलेंडर होने वाला है? जानिए, चुनाव कैसे रोचक हो गया है।
प्रधानमंत्री मोदी 27 जुलाई को राजस्थान के सीकर में हैं। 6 महीने में उनकी यह 7वीं राजस्थान यात्रा है। लेकिन उनका राजस्थान दौरा इस बार विवादों से बच नहीं पाया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि उनके भाषण को कार्यक्रम से हटा दिया गया। इस पर पीएमओ ने जवाब दिया। लेकिन गहलोत ने फिर उसका जवाब दिया।
राजस्थान में कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सभी मतभेद खत्म करने और आगे बढ़ने की घोषणा की है। सचिन की इस पहल से भाजपा की तमाम उम्मीदों को झटका लगा है। कांग्रेस के दोनों नेताओं के मतभेद के चलते भाजपा वहां सत्ता में वापसी की तैयारी कर रही थी। भाजपा के नेता गुर्जर सम्मेलन करके सचिन को आगे बढ़ा रहे थे।
राजस्थान में कॉंग्रेस का संकट खत्म? मिलकर लड़ेंगे तो जीतेंगे कहा हाईकमान ने। लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं होगा चुनाव में? पायलट की क्या बात मानी गई? आलोक जोशी के साथ विजय विद्रोही, विजय त्रिवेदी और अनिल शर्मा।
राजस्थान में इसी साल चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस आलाकमान ने आज राज्य के नेताओं की बैठक बुलाई। इस बैठक में सचिन पायलट तो खुद पहुंचे लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े। यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि प्रदेश में गहलोत और पायलट के बीच खुला टकराव हो चुका है लेकिन दोनों खेमे अब शांत हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देर रात बिजली के बिल कम करने की घोषणा की। भाजपा नेताओं को यह पसंद नहीं आ रहा है। उन्होंने जनता से इस फरेब में नहीं आने को कहा है।
कांग्रेस आलाकमान ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और बागी नेता सचिन पायलट को सोमवार को दिल्ली बुलाया था। दोनों से देर रात तक बैठक चली। कोई समझौता नहीं हुआ लेकिन कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पत्रकारों से कहा कि दोनों ने मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे आज राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और असंतुष्ट कांग्रेस नेता सचिन पायलट से आज बात करने वाले हैं। राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव है। कांग्रेस किसी भी कीमत इस राज्य को खोना नहीं चाहती है।