राहुल गांधी की लोकसभा से अयोग्यता पर तमाम विपक्षी दलों ने एकसुर में बीजेपी की तीखी आलोचना की है। जानिए उसने क्यों कहा कि 'लोकतंत्र अब घोषित रूप से ख़त्म हो गया...'?
विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि सरकार केंद्रीय एजेंसियों का गलत तरीक़े से इस्तेमाल करते हुए विपक्षी नेताओं पर जानबूझकर निशाना बना रही है। जानिए कोर्ट में क्या दलील दी गई।
मानहानि मामले में दोषी ठहराए गए राहुल गांधी आज लोकसभा पहुँचे, उनके बोलने देने की मांग उठी और फिर हंगामे के बीच ही सदन स्थगित कर दिया गया। जानिए कैसे चला घटनाक्रम।
मोदी सरनेम को लेकर अवमानना मामले में दो साल की सजा मिलने के बाद राहुल गांधी को भले ही ऊपरी अदालत में अपील के लिए 1 महीने की मोहलत दी गई है, लेकिन उनकी संसद सदस्यता पर क्या है क़ानूनी स्थिति?
राहुल गांधी की संसद सदस्यता पर फैसला किया जाना है, वह जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 8 (1) में सूचीबद्ध है। जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की इस धारा में कुछ विशिष्ट अपराधों को ही शामिल किया गया जिसके तहत किसी सदस्य की सदस्यता रद्द की जा सकती है।
संसद में गतिरोध जारी है। बीजेपी सांसदों की नारेबाजी और विपक्ष के जवाब के बीच दोनों सदन स्थगित कर दिए गए। इस बीच विपक्षी सांसदों ने अडानी के मुद्दे पर फिर प्रदर्शन किया।
मोदी सरनेम वाले बयान के लिए सजा सुनाए जाने के बाद आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल कांग्रेस नेता राहुल गांधी के समर्थन में आए हैं। जानिए उन्होंने क्यों कहा कि विपक्ष को ख़त्म करने की साज़िश हो रही है।
सूरत कोर्ट में राहुल गांधी को मानहानि केस में दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पूरी पार्टी राहुल के साथ खड़ी हो गई है। कांग्रेस ने इसे राहुल बनाम मोदी युद्ध करार दिया है। हर छोटा-बड़ा नेता इसे राहुल गांधी को चुप कराने की बात कह रहा है। राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी ने कहा है कि मेरे भाई नहीं डरने वाले हैं। पढ़िए किसने क्या कहाः
राहुल गांधी को गुजरात के सत्र अदालत ने मानहानि के मामले में दो साल की सजा सुनाई थी। जानिए आख़िर उन्होंने ऐसा क्या कह दिया था कि उनपर मानहानि का केस किया गया।
मानहानि के एक मामले में सूरत की अदालत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दोषी करार दिया है। उन्हें दो साल की सजा सुनाई गई है। राहुल गांधी ने कहा था कि सारे मोदी नाम वाले लोग चोर क्यों होते हैं। बीजेपी के एक विधायक ने इसे मानहानि बताते हुए कोर्ट में चुनौती दी थी।
भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ जो विवाद खड़ा किया है, जल्द ही उस विवाद के गुब्बारे की हवा निकलने वाली है। राहुल के खिलाफ लाए गए तमाम प्रस्ताव ठंडे बस्ते में डाल दिए जाएंगे, क्योंकि भाजपा राहुल पर जितना आक्रामक होगी, राहुल का कद उतना ही बढ़ेगा। ऐसे में भाजपा ऐसा जोखिम भला क्यों लेगी।