उन्होंने कहा कि पहले हिंदुस्तान के नाम को बदलने की बात थी लेकिन उन्हें पता लग गया कि जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी। इससे वे घबरा गए क्योंकि विशेष सत्र की घोषणा पहले ही हो चुकी थी। इसलिए वे महिला आरक्षण बिल लेकर आए।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुरुवार को कुली बनकर यूपी से सटे आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। उन्होंने लोगों का सामान उठाया और कुलियों से उनका दुख दर्द जाना। लेकिन यह सब अनायास नहीं है। यह सब राहुल और कांग्रेस की बड़ी राजनीति का हिस्सा है। जानिए क्या है वो राजनीति। इस खबर को जल्द ही अपडेट किया जाएगा। सत्य हिन्दी के साथ बने रहें।
बुधवार को संसद के विशेष सत्र के तीसरे दिन लोकसभा में महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन विधेयक) पर चर्चा में भाग लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैं महिला आरक्षण बिल के समर्थन में हूं, लेकिन ये अधूरा है।
कांग्रेस ने रविवार 17 सितंबर को कहा कि सनातन धर्म का मुद्दा सबसे पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने उठाया। हालांकि इस मुद्दे पर जब तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन का बयान आया तो भाजपा ने उसे राष्ट्रव्यापी मुद्दा बना दिया। प्रधानमंत्री तक ने विपक्षी गठबंधन इंडिया पर हमला बोला। भाजपा यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि इंडिया गठबंधन सत्ता में आया तो सनातन धर्म खत्म हो जाएगा। इस धर्म को बचाने का काम भाजपा और पीएम मोदी कर रहे हैं।
चुनावी मौसम में हर माल बिक जाता है, शर्त एक ही है की आपके पास वादों की पैकिंग आकर्षक हो। सियासत के कारोबार में सिर्फ पैकिंग और पैकेज से ही काम नहीं चलता । इसके लिए माननीय मोदी जी और माननीय राहुल गांधी जैसा सेल्समैन भी चाहिए। राकेश अचल दरअसल, क्या कहना चाहते हैं, पूरा लेख पढ़िए।
धर्म और राष्ट्रवाद के आधार पर राजनीति करने का आरोप झेलने वाली बीजेपी के हिंदुत्व पर राहुल गांधी ने फिर से हमला किया है। जानिए, आख़िर उनकी रणनीति क्या है।
लगातार विवादित बयान देकर सुर्खियों में रहने वाले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने अब राहुल गांधी के नाम को लेकर टिप्पणी की है। जानिए, कांग्रेस ने क्या जवाबी हमला किया।
इस साल फरवरी मार्च में ब्रिटेन की यात्रा के दौरान राहुल गांधी के जिस बयान को बीजेपी ने मुद्दा बनाया था, फिर से कांग्रेस नेता ने यूरोप की यात्रा पर वैसा ही बयान दिया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार देर रात यूरोप के लिए रवाना हो गए। राहुल 7 सितंबर को ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के वकीलों के समूह से मिलेंगे और हेग में भी इसी तरह की बैठक करेंगे।
एक देश एक चुनाव पर रविवार 3 सितंबर को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अलावा ओवैसी और आम आदमी पार्टी ने भी प्रतिक्रिया दी है।दरअसल, सरकार की इस मुहिम के समर्थन में कई केंद्रीय के बयान आने के बाद विपक्ष के नेता भी अलग-अलग ढंग से प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शनिवार को राजीव युवा मितान सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी 2-3 अरबपतियों के लिए काम करते हैं।
क्या विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की एकता पक्की हो गई है? अगर हाँ तो बीजेपी को हराने के लिए उसके सामने अब सबसे बड़ी अड़चन क्या है? क्या एक नेता और एक एजेंडा की ज़रूरत है? या फिर एक ऐसी गुत्थी है जिसे वो सुलझा ले तो बीजेपी चारों खाने चित हो जाएगी?
विपक्षी दलों ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. समन्वय समिति बन गई. देश के विभिन्न हिस्सों में साझा रैलियां की जाएंगी. इसका क्या असर पड़ेगा? आज की जनादेश चर्चा.