कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के हस्तक्षेप के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके विरोधी नवजोत सिंह सिद्धू में सुलह हो गई है? क्या क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू अब कैप्टन पर राजनीतिक गुगली नहीं फेंकेंगे?
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी सियासत के पुराने खिलाड़ी हैं और इतनी आसानी से वे नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब में अपने से बड़ा चेहरा नहीं बनने देंगे।
बीते कुछ महीनों से पंजाब कांग्रेस में सियासी भूचाल लाने वाले पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाक़ात की।
काँग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की बग़ावत अब अनुशासन की हदें पार करती जा रही है। वे अमरिंदर पर लगातार हमले कर रहे हैं, उन्हें झूठा बता रहे हैं। सवाल उठता है कि ठीक चुनाव के पहले काँग्रेस इस सबको बर्दाश्त क्यों कर रही है और उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है?
पंजाब कांग्रेस में चल रही जोरदार जंग को ख़त्म करने के लिए कांग्रेस आलाकमान की ओर से बनाए गए पैनल ने अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप दी है।