पंजाब में कांग्रेस की हार का सबसे बड़ा कारण पार्टी के बड़े नेताओं के बीच गुटबाजी को ही माना जा रहा है लेकिन इस करारी हार के बाद नेता शायद मानने के लिए तैयार नहीं हैं।
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने सीएम के चेहरे के एलान से ठीक पहले यह बयान देकर कि ऊपर वाले कमजोर मुख्यमंत्री चाहते हैं अपने तेवर साफ कर दिए हैं।
पंजाब में कांग्रेस के नेताओं की आपसी लड़ाई के चलते ही पार्टी हाईकमान ने फैसला लिया था कि वह मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं करेगी। लेकिन शायद अब पार्टी को इस बारे में फैसला करना पड़ सकता है।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । सिद्धू और चन्नी बोले - CM चेहरे का ऐलान करें, हमारी बीच लड़ाई नहीं । बेटे को टिकट ना मिलने पर रीता बहुगुणा का चुनावी राजनीति से संन्यास का एलान
कांग्रेस ने दूसरी सूची में 3 विधायकों के टिकट काट दिए गए हैं तो पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल और नवजोत सिंह सिद्धू के रिश्तेदारों को टिकट दिया गया है।
पंजाब के मलेरकोटला में एक चुनावी सभा में दिए गए बयान को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू के मुख्य सलाहकार मोहम्मद मुस्तफा बुरी तरह घिर गए हैं। हालांकि मुस्तफा ने कहा है कि उन्होंने ऐसा नहीं कहा था।
पंजाब में हालांकि कांग्रेस ने किसी भी नेता को सीएम के चेहरे के तौर पर आगे नहीं किया है लेकिन एक ताजा वीडियो इस बात के संकेत देता है कि हाईकमान का भरोसा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर है।
कांग्रेस हाईकमान को इस बात का अंदेशा है कि सिद्धू उसके लिए बहुत बड़ी मुसीबत बन सकते हैं। इसलिए ही हाईकमान ने राज्य के नेताओं को बुलाकर उनसे बातचीत की है।