लोकसभा ने एक बार फिर तीन तलाक़ बिल पारित कर दिया। सरकार ने इसे बग़ैर किसी संशोधन के पेश किया था, यह जानते हुए कि इसे राज्यसभा में पारित कराने लायक बहुमत इसके पास नहीं है। इस मुद्दे पर देखें वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष का विश्लेषण जो उन्होंने 21 जून 2019 को सत्य हिन्दी के लिए किया था।